बीजापुर , नवंबर 09 -- छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बीजापुर प्रवास के दौरान रविवार को नक्सल पुनर्वास केंद्र पहुंचकर आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों से मुलाकात की और संवाद किया। उन्होंने उनके दैनिक जीवन, भोजन, स्वास्थ्य, मनोरंजन और अन्य बुनियादी सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली।

वर्तमान में पुनर्वास केंद्र में कुल 92 आत्मसमर्पित नक्सली रह रहे हैं, जिनमें अधिकांश युवा हैं। उपमुख्यमंत्री ने सभी से बातचीत कर उनकी दिनचर्या, नाश्ता, भोजन, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि शासन का उद्देश्य इन युवाओं को मुख्यधारा में जोड़कर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।

श्री विजय शर्मा, जिनके पास गृह विभाग का भी प्रभार है, ने आत्मसमर्पित युवाओं से उनके परिवार, कृषि भूमि, वनाधिकार पत्र, सिंचाई और आजीविका के साधनों के बारे में चर्चा की। युवाओं ने बताया कि उनके पास कृषि भूमि और उसका पट्टा उपलब्ध है। इस पर उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पात्र व्यक्तियों को सिंचाई योजनाओं, बोर उत्खनन, सोलर पंप और प्राथमिकता के आधार पर बिजली आपूर्ति की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएं।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक रविवार आत्मसमर्पित नक्सलियों के परिजन उनसे मिलने आ सकें, इसके लिए स्थायी व्यवस्था की जाए। आज रविवार होने के कारण कई परिजन पुनर्वास केंद्र पहुंचे, जहां उपमुख्यमंत्री ने भी उनसे भेंट कर उनकी भावनाएं सुनीं।

श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी आत्मसमर्पित युवाओं को शासन की योजनाओं से जोड़ा जाए और उन्हें आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र व वनाधिकार पत्र जैसी सभी दस्तावेजी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने युवाओं के लिए साक्षरता मिशन और कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के निर्देश भी दिए। महिलाओं की रुचि के अनुरूप सिलाई प्रशिक्षण शीघ्र प्रारंभ करने की बात कही गई।

आत्मसमर्पण कर चुके युवाओं ने रायपुर में एक्सपोजर विजिट की मांग रखी, जिस पर उपमुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए कहा कि उन्हें राजधानी ले जाकर शासन की योजनाओं और विकास कार्यों का प्रत्यक्ष अनुभव कराया जाएगा।

इस अवसर पर बस्तर संभाग आयुक्त डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर संबित मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत नम्रता चौबे, डीएफओ रंगानाथन रामाकृष्णन वाय. और उपनिदेशक इंद्रावती टाइगर रिजर्व संदीप बलगा सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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