पठानकोट, सितम्बर 27 -- अंतरराष्ट्रीय समाजसेवी संस्था पीसीटी ह्यूमैनिटी के संस्थापक डॉ. जोगिंदर सिंह सलारिया के नेतृत्व में सिख राज्य के संस्थापक महान सेनापति बाबा बंदा सिंह बहादुर की जन्मभूमि राजौरी में तीन दिवसीय धार्मिक यात्रा के दौरान शनिवार को एक विशाल मुफ्ता चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
गुरुद्वारा छठवीं पातशाही में लगाए गए इस शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने सैकड़ों लोगों की स्वास्थ्य जांच की और उन्हें नि:शुल्क दवाइयाँ वितरित कीं। खासकर दूर-दराज़ के गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों ने इस शिविर से बड़ा लाभ उठाया। इससे पहले, यात्रा में शामिल श्रद्धालु संगत ने बाबा बंदा सिंह बहादुर की जन्मभूमि पर पहुँचकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और गुरुगृह की कृपा का आनंद लिया।
इस धार्मिक यात्रा में विशेष रूप से शामिल अयोध्या के रामानंदी श्रीवैष्णव संप्रदाय के संत श्री महंत आशीष दास जी ने डॉ. सलारिया के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि गुरु के सिखों और पंजाबियों ने अपनी बेमिसाल सेवा भावना से पूरी दुनिया में अलग पहचान बनाई है। उनके लिए इस यात्रा का हिस्सा बनना बड़े सम्मान की बात है।
गुरुद्वारा छठवीं पातशाही राजौरी की प्रबंधक समिति के अध्यक्ष निर्माण सिंह ने डॉ. सलारिया द्वारा धार्मिक-ऐतिहासिक धरोहर और लोक-कल्याण के लिए किए जा रहे अथक सेवाकार्यों की खुलकर प्रशंसा की और उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जब गुरु की संगत पंजाब से यहाँ आती है तो यह हमारे लिए बहुत खुशी का कारण बनता है। उन्होंने हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि ऐसी यात्राएँ और फ्री मेडिकल कैंप निरंतर जारी रहने चाहिए।
डॉ. सलारिया ने कश्मीर घाटी की स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा घाटी में अमन-चैन की कामना रही है। उनकी गुरु के दर पर सदा यही अरदास रहती है कि यहाँ शांति, भाईचारा और लोगों की खुशहाली बनी रहे।
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