पीलीभीत, सितंबर 27 -- पीलीभीत में आबादी के पास गुरुवार को वन विभाग से रेस्क्यू किए गए एक तेंदुए की शनिवार सुबह आठ बजे मौत हो गई। वन विभाग की टीम ने इस तेंदुए को गुरुवार को बचाया था और निगरानी में रखा था। तेंदुए की अचानक हुई मौत का कारण अभी पता नहीं चल सका है।
शुक्रवार को तेंदुआ पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल से भटककर नगरिया खुर्द कला गांव के पास पहुंच गया था। झाड़ियों में छानबीन करते समय तेंदुआ एक फंदे में फंसा पाया गया। ग्रामीणों की सूचना पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व और सामाजिक वानिकी की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर उसका रेस्क्यू किया था।
वन विभाग के पशु चिकित्सक दक्ष गंगवार ने बताया कि घंटों के प्रयास के बाद उन्होंने तेंदुए को फंदे से सुरक्षित मुक्त कराया। उन्होंने कहा कि निरीक्षण में उनको तेंदुए के कही कोई चोट का गंभीर निशान नहीं मिला था। प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग की टीम ने उसे गहन निगरानी में रखा था। डॉ दक्ष ने बताया कि मृत तेंदुए का शनिवार को पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान केंद्र इज्जतनगर में शनिवार को उसका पोस्टमार्टम कराया गया।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार से तेंदुए की लगातार देखभाल की जा रही थी और उसे जंगल में वापस छोड़ने की तैयारी चल रही थी। हालांकि, शनिवार सुबह अचानक तेंदुए की तबीयत बिगड़ गई। और उसकी गंभीर स्थिति के बीच ही मौत हो गई।
वन्य जंतु विशेषज्ञों का मानना है कि तेंदुए की मौत का कारण फंदे से लगी चोट या आंतरिक संक्रमण हो सकता है। मौत की सटीक वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी। अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह के अनुसार मृत तेंदुए का शनिवार को पोस्टमार्टम हो गया है। अभी इसकी रिपोर्ट उन्हें प्राप्त नहीं हुई,मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा।
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