पीलीभीत, नवम्बर 02 -- उत्तर प्रदेश में पीलीभीत के माधोटांडा थाना क्षेत्र के ढकिया ताल्लुके महाराजपुर गांव में शनिवार देर रात दो बजे के बाद शारदा नदी पार कर नेपाल की शुक्लाफांटा सेंचुरी से जंगली हाथियों का झुंड घुस आया। हाथियों ने हमलावर होकर झोपड़ीनुमा घर में सो रहे अधेड़ ग्रामीण को पैरों से कुचल डाला। उसकी मौके पर मौत हो गई।
डीएफओ के अनुसार मृतक व्यक्ति का नाम पुन्नो (58) बर्ष बताया गया है। वह अपने झोपड़ीनुमा घर में सो रहा था, तभी हाथी के झुंड में से एक हाथी अचानक घर में घुस पड़ा. हाथी ने पुन्नो पर हमला कर उसे अपने पैरों से कुचल डाला।
घटना के बाद डरे सहमे ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का झुंड कई बार आसपास के जंगलों में देखा गया है, लेकिन इस बार उन्होंने सीधे गांव पर हमला कर दिया। अब लोग पूरी रात जागकर पहरा दे रहे हैं ताकि घटना की पुनरावृत्ति न हो।
चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए, लेकिन हाथी के उग्र रूप को देखकर कोई पास नहीं जा सका।
हाथियों के हमले से पूरा गांव जान बचाने के लिए घरों से बाहर भाग खड़े हुए। हाथी ने गांव में कई जगहों पर तोड़फोड़ की और खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचाया।
ग्राम प्रधान विवेकानंद सरकार ने बताया हाथियों का झुंड काफी देर तक गांव में ही रहा, जिससे रातभर भय का माहौल बना रहा। उन्होंने पुलिस को तहरीर देकर कहा कि अगर वन विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो किसी और की जान जा सकती है। माधोटांडा क्षेत्र के शारदा नदी पार बसे गांवों में इन दिनों नेपाली हाथियों का आतंक बना हुआ है। थारू पट्टी, गुंहान, गोरख डिब्बी और ढकिया ताल्लुके महाराजपुर गांवों में जंगली हाथियों के झुंड लगातार फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि घटना स्थल क्षेत्र दुधवा नेशनल पार्क और नेपाल की शुक्लाफांटा सेंचुरी में के बीच का रास्ता है।
हांथी प्रत्येक बर्ष इस मार्ग से आवाजाही करते है। इस बीच वे भारत नेपाल सीमा के गांवों में भी पहुंच जाते हैं। उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर नियमों के अनुसार मुआवज़ा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हांथी के हमले से होने वाली मौत पर परिजनो को पांच लाख रुपए सहायता राशि दिए जाने का प्राविधान है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर इस की कार्रवाई होगी।
हाथियों के हमले की सूचना पर थाना अध्यक्ष माधोटांडा अशोक पाल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर कानूनी कार्रवाई की गई है। वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और हाथियों की मूवमेंट को ट्रैक करने का काम शुरू किया है। अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने तथा रात में सतर्क रहने की सलाह दी है।
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