चंडीगढ़ , दिसंबर 12 -- हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने आत्महत्या के लिए उकसाने के एक मामले में पीड़िता का बयान दर्ज करने में देरी करने पर पुंड्री थाने के एक सहायक उप निरीक्षक को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिये हैं।
कैथल में जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री विज ने कहा कि पीड़ितों से संवेदनशील व्यवहार अनिवार्य है। उन्होंने मामले की गहन जांच के लिए अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में समिति गठित की, जो 10 दिनों में रिपोर्ट सौंपेगी। समिति में डीएसपी और एनजीओ की सदस्य शक्ति सौदा भी शामिल हैं।
इसके अलावा श्री ने एक अलग धोखाधड़ी मामले की पुनः जांच के लिए पंचकूला पुलिस आयुक्त को आदेश दिये। यह मामला पहले करनाल स्थानांतरित हुआ था और स्थानीय जांच के बाद बंद कर दिया गया था, जिस पर मंत्री ने गंभीरता जताई और लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
बैठक में कुल 17 शिकायतें प्रस्तुत हुईं, जिनमें 10 लंबित और सात नयी थीं। एक मामले में शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उनकी पुत्री को आत्महत्या के लिए उकसाने में शामिल एक आरोपी की गिरफ्तारी के बावजूद अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई। जांच के दौरान पीड़िता का बयान लेने में देरी सामने आने पर सहायक उप निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गयी।
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