इस्लामाबाद , अक्टूबर 10 -- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक एवं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पार्टी के सभी सदस्यों को पंजाब विधानसभा की सभी स्थायी समितियों से तुरंत इस्तीफा देने का निर्देश दिया है।

अदियाला जेल के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए पीटीआई के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर अली खान ने कहा कि यह निर्णय खान के सीधे निर्देशों के तहत पार्टी की विकसित राजनीतिक रणनीति के हिस्से के रूप में लिया गया है। पीटीआई वर्तमान में पंजाब में 14 स्थायी समितियों का नेतृत्व करती है। यह कदम पिछले महीने उठाए गए इसी तरह के कदम को दर्शाता है, जब खान के आदेश पर पीटीआई सांसदों ने नेशनल असेंबली और सीनेट की स्थायी समितियों से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी कथित तौर पर आगामी उपचुनावों का बहिष्कार करने पर विचार कर रही है।

कई दिनों बाद पहली बार श्री खान से मिले श्री गौहर ने पीटीआई संस्थापक को 'अच्छे स्वास्थ्य और उत्साह' में बताया। उन्होंने तोशाखाना टू मामले पर भी जानकारी दी और कहा कि अंतिम बहस 13 अक्टूबर को होनी है, और अगले सप्ताह के मध्य तक फैसला आने की उम्मीद है। उन्होंने इस मामले को 'फर्जी और राजनीति से प्रेरित' बताते हुए इसे श्री खान को जेल में रखने के व्यापक प्रयास का हिस्सा बताया।

प्रांतीय मोर्चे पर श्री गौहर ने कहा कि नए मुख्यमंत्री के औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करने के बाद खान जल्द ही नए केपीके मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देंगे। उन्होंने कहा कि नए मुख्यमंत्री को खान ने व्यक्तिगत रूप से नामित किया है और पूर्व मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर के इस्तीफे के बाद उठे भारी विवाद के बीच पार्टी के भीतर आंतरिक कलह की खबरों का खंडन किया। सीनेटर अली ज़फ़र ने कहा कि खान फिलहाल मौजूदा प्रांतीय मंत्रिमंडल को बरकरार रखना चाहते हैं, और बाद में 'ज़रूरत पड़ने पर' इसमें बदलाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण प्रक्रिया में बाधा डालने की किसी भी कोशिश का कड़ा विरोध होगा। पीटीआई के हालिया कदम बढ़ते राजनीतिक और न्यायिक दबावों के बीच उसके चल रहे प्रतिरोध को रेखांकित करते हैं क्योंकि वह महत्वपूर्ण चुनावों से पहले अपना प्रभाव मजबूत करना चाहती है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित