तिरुवनंतपुरम , अक्टूबर 24 -- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( भाकपा) ने प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लागू करने का विरोध दोहराते हुए कहा है कि यह आरएसएस की वैचारिक सोच को शिक्षा प्रणाली में प्रवेश दिलाने का माध्यम है।
केरल में सत्तासीन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी भाकपा ने स्पष्ट किया कि वह एनईपी को लोक शिक्षा की अवधारणा के अनुकूल नहीं मानती।
भाकपा के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने कहा कि पीएम श्री योजना की निधि एनईपी के कार्यान्वयन से सीधे तौर पर जुड़ी है। उन्होंने कहा, "जब तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूरी तरह लागू नहीं किया जाएगा, तब तक पीएम श्री की धनराशि जारी नहीं होगी।" श्री विश्वम ने यह भी कहा कि योजना के दस्तावेजों में एनईपी को इसकी आधारशिला के रूप में रेखांकित किया गया है।
भाकपा और राज्य के कई शैक्षिक संगठन एनईपी के उन प्रावधानों का विरोध कर रहे हैं, जिनके बारे में उनका कहना है कि वे खास वैचारिक शिक्षा को बढ़ावा देते हैं और केरल की शिक्षा व्यवस्था के लिए खतरा हैं।
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