चेन्नई , अक्टूबर 07 -- पीएमके संस्थापक डॉ. एस. रामदास को मंगलवार शाम को अपोलो अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वह नियमित चिकित्सा जांच के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती हुये थे।
रिपोर्ट के अनुसार दो दिन के संक्षिप्त अस्पताल प्रवास के दौरान उनकी एंजियोग्राम प्रक्रिया हुई। अस्पताल ने बताया कि वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जी. सेंगोट्टुवेलु ने उनकी चिकित्सा जांच की।
अस्पताल से बाहर आते समय पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें आराम नहीं है। उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब पीएमके के संस्थापक डॉ. एस. रामदास और उनके बेटे एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. अंबुमणि रामदास के बीच मतभेदों के कारण पीएमके में उथल-पुथल मची हुई है।
पार्टी दो गुटों में काम कर रही है। एक गुट का नेतृत्व संस्थापक कर रहे हैं जो यह कहते रहे हैं कि पार्टी को चलाने वाले वह अकेले नेता हैं। जबकि डॉ. अंबुमणि रामदास का तर्क था कि वे पीएमके महापरिषद द्वारा विधिवत निर्वाचित और चुनाव आयोग द्वारा अनुमोदित पार्टी के अध्यक्ष हैं और उन्हें या उनके किसी भी समर्थक को हटाने का अधिकार महापरिषद के अलावा किसी और को नहीं है।
डॉ. अंबुमणि ने महापरिषद की बैठक भी बुलाई, जिसमें सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि वे अगले एक वर्ष यानी अगस्त 2026 तक पार्टी अध्यक्ष बने रहेंगे। हालांकि पार्टी का पूर्ण नियंत्रण अपने हाथ में लेने के बाद पीएमके संस्थापक ने उन्हें पद से हटा दिया था। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि उनके बेटे को किसी भी उद्देश्य के लिए उनके नाम, पार्टी या उसके चुनाव चिह्न का उपयोग नहीं करना चाहिए।
पीएमके इस समय विभाजित दिखाई दे रही है। पार्टी ने सात महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी चुनावी रणनीति को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया है।
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