पालमपुर , दिसंबर 19 -- कृषि कार्य में लगी महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय (सीएसके एचपीकेवी), पालमपुर ने ऑल इंडिया कोऑर्डिनेटेड रिसर्च प्रोजेक्ट-वूमेन इन एग्रीकल्चर (एआईसीआरपी-डब्ल्यूआईए) के तहत स्थापित कस्टम हायरिंग सेंटर्स (सीएचसी) के लिए समझौता ज्ञापनों (एमओए) पर हस्ताक्षर किये हैं।
एमओए हस्ताक्षर समारोह कुलपति डॉ. ए के पांडा, निदेशक आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए भुवनेश्वर डॉ. मृदुला देवी और डीन, कॉलेज ऑफ कम्युनिटी साइंस डॉ. चंद्रकांता वत्स की उपस्थिति में हुआ।
जनसमूह को संबोधित करते हुए डॉ पांडा ने इस पहल को कृषि क्षेत्र की महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया और स्वयंसेवी समूह तथा किसान हित समूह द्वारा विकसित उत्पादों के लिए मजबूत मार्केटिंग लिंकेज की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. मृदुला देवी ने महिला किसानों के तकनीकी -सामाजिक -आर्थिक सशक्तिकरण के महत्व पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ. वत्स ने आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए के समर्थन को स्वीकार किया।प्रोजेक्ट के तहत, भद्याड़ा (मंडी जिला), भुहाना और तंबर (कांगड़ा जिला) में तीन सीएचसी स्थापित किये गये हैं, जो महिला-नेतृत्व वाली एग्रीप्रेन्योरशिप और आजीविका संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक कृषि उपकरणों और मशीनरी से सुसज्जित हैं।
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