इस्लामाबाद , नवंबर 28 -- पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद असीम मुनीर ने आधिकारिक रूप से चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (सीडीएफ) का पद संभाल लिया है। साथ ही चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) का भी पद संभाल लिया है।

पाकिस्तान के संविधान में विवादित 27वें संशोधन के ज़रिए बनाया गया यह पद श्री मुनीर को पांच साल के तय समय के लिए तीनों सेनाओं थल सेना, वायु सेना और नौसेना का प्रमुख बनाता है। यह बदलाव सभी आधिकारिक दस्तावेजों, सैन्य बलों और मीडिया रिपोर्ट्स में दिखेगा। संविधान के 27वें संशोधन का मकसद चेयरमैन जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएसी ) का पद खत्म करना है। अब उसकी जगह कमांडर ऑफ नेशनल स्ट्रेटेजिक कमांड ले लेगा। प्रधानमंत्री सीओएएस /सीडीएफ की सिफारिशों के आधार पर तीन साल के समय के लिए पाकिस्तान सेना के मौजूदा जनरलों में से कमांडर को नियुक्त करेंगे।

जनरल (सेवानिवृत्त ) साहिर शमशाद मिर्ज़ा जॉइंट चीफ्स ऑफ़ स्टाफ़ कमेटी के चेयरमैन का टाइटल रखने वाले पाकिस्तान के आखिरी अधिकारी रहे। वह बुधवार को इस पद से सेवानिृत्त हो गये।

सीडीएफ के मुख्य कामों मेंबहु-डोमेन एकीकरण, पुनर्गठन और पाकिस्तान की सशस्त्र बलों में मज़बूत समन्वय स्थापित करना है। इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान की संसद द्वारा पास किया गया 27वां संशोधन एक शक्तिशाली एकीकृत कमान बनाता है, जो श्री मुनीर को सशस्त्र बलों की तीनों इकाइयों में सबसे ऊपर रखता है और उन्हें पाँच साल का अतिरिक्त सेवा विस्तार देता है। यह पद उन्हें न सिर्फ़ सेना में, बल्कि नौसेना और वायुसेना के कमांडर्स पर भी बहुत ज़्यादा अधिकार देता है, उन्हें देश के परमाणु कमान संरचना पर नियंत्र का अधिकार प्रदान करता है। साथ ही उन्हें अभियोजन से आजीवन प्रतिरक्षा भी देता है।

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