पटना , अक्टूबर 09 -- बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिये नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार, 10 अक्टूबर से शुरू हो रही है।

इसके तहत राज्य के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों के लिये उम्मीदवार अपने नामांकन पत्र दाखिल करना शुरू कर देंगे। इसको लेकर बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं।

राज्य में पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना है। इस चरण में जिन 18 जिलों में चुनाव होगा उनमें, गोपालगंज, सीवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, नालंदा, दरभंगा, समस्तीपुर, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, मुंगेर, खगड़िया, सहरसा और मधेपुरा शामिल हैं।

राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो पहले चरण की 121 सीटों में से 62 सीटों पर फिलहाल राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का कब्जा है, जबकि 59 सीटें महागठबंधन के पास हैं। इस संतुलन को देखते हुये पहले चरण में दोनों गठबंधनों के बीच सीधी और बेहद कड़ी टक्कर देखी जा सकती है।

वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की स्थिति पर गौर करें तो राजग घटक के सबसे बड़े दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाद में अन्य दलों के छह विधायक भाजपा में शामिल हुए थे। इस लिहाज से पार्टी के विधायकों की कुल संख्या 38 हो गयी थी।

वहीँ, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पास 24 सीटें थीं, लेकिन लोजपा के एकमात्र विधायक के शामिल होने से पार्टी विधायकों की संख्या 25 हो गयी थी।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम का इन निर्वाचन क्षेत्रों में कोई मौजूदा सीट नहीं है और लोजपा (रा) का भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।

उधर महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का 41 सीटों पर वर्तमान कब्जा है। वहीँ कांग्रेस का आठ, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी- लेनिनवादी) का सात, सीपीआई- सीपीएम का दो- दो सीटों पर कब्जा है और वीईपी के पास शून्य सीट है।

पहले चरण के उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार के लिये कुल 15 दिन का समय मिलेगा। चार नवंबर की शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम जायेगा और इसके बाद छह नवंबर को मतदान होगा।

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