मुंबई , अक्टूबर 05 -- मौजूदा भू-राजनैतिक परिस्थितियों के मद्देनजर दुनिया के दूसरे केंद्रीय बैंकों की तरह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भी स्वर्ण भंडार लगातार बढ़ा रहा है और अब यह पहली बार 100 अरब डॉलर पर पहुंचने के करीब है।
केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 26 सितंबर को समाप्त सप्ताह में स्वर्ण भंडार 2.238 अरब डॉलर बढ़कर 95.017 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो इसका अब तक का उच्चतम स्तर है।
विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट देखी गयी, लेकिन स्वर्ण भंडार लगातार पांचवें सप्ताह बढ़ा है। यह दिखाता है कि केंद्रीय बैंक अब विदेशी मुद्रा से ज्यादा सोने पर भरोसा कर रहा है और लगातार स्वर्ण भंडार बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। इसमें कुछ योगदान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में जारी तेजी का भी है।
उल्लेखनीय है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 26 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 2.334 अरब डॉलर घटकर 700.236 अरब डॉलर रह गया। इसमें विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 4.393 अरब डॉलर घटकर 581.757 अरब डॉलर पर आ गयी।
विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भारत अब रूस से पिछड़कर दुनिया में पांचवें स्थान पर आ गया है। चीन, जापान और स्विटजरलैंड क्रमशः पहले तीन स्थान पर हैं। हालांकि स्वर्ण भंडार को छोड़ दिया जाये, तो भारत अब भी चौथे स्थान पर कायम है।
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