कोलकाता , नवंबर 04 -- मतदाता सूचियों का मंगलवार से विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) शुरू करने के चुनाव आयोग के फैसले को लेकर गरमाये राजनीतिक माहौल के बीच तृणमूल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में एक बड़े विरोध-प्रदर्शन की घोषणा की है।
मंगलवार को अपराह्न दो बजे होने वाली यह विशाल रैली रेड रोड से सेंट्रल एवेन्यू स्थित जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी तक जायेगी और लगभग एक घंटे तक इसके चलने की उम्मीद है।
तृणमूल ने कहा, " एसआईआर वास्तव में एक 'अदृश्य धांधली' है और पार्टी नेतृत्व इस प्रक्रिया का तब से विरोध कर रहा है, जब से यह बिहार में शुरू हुई है। पार्टी नेतृत्व इसका विरोध करते हुए लगातार दावा कर रहा है कि यह वास्तविक मतदाताओं के नाम हटाने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक चाल और उसके दिमाग की उपज है। "पार्टी ने कहा है कि उसका उद्देश्य मतदाता सूची में शामिल होने के नागरिकों के मौलिक अधिकार की रक्षा के लिए उनके साथ खड़ा होना है। उसने चुनाव आयोग की पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान व्यापक रूप से लोगों के मताधिकार से वंचित होने की आशंका जतायी है।
तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया, " एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही मतदान का अधिकार खोने के डर से कुछ लोगों द्वारा आत्महत्या करने की खबरें आयी हैं और आवश्यक दस्तावेजों के अभाव में उन्हें निर्वासित किया जा सकता है, जबकि ब्लॉक स्तर के अधिकारी इसकी गणना के लिए चार नवंबर से आना शुरू करेंगे। "इसी से संबंधित एक विरोध-प्रदर्शन में उत्तर 24 परगना से टीएमसी सांसद ममता बाला ठाकुर पांच नवंबर से आमरण अनशन शुरू करेंगी और मांग करेंगी कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान किसी भी मतुआ मतदाता का नाम सूची से न हटाया जाये।
चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि एसआईआर प्रक्रिया का दूसरा चरण पश्चिम बंगाल सहित 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में होगा, जहां अगले साल चुनाव होने वाले हैं। एसआईआर प्रक्रिया चार नवंबर से चार दिसंबर तक चलेगी। मसौदा मतदाता सूची नौ दिसंबर को प्रकाशित की जायेगी और अंतिम सूची सात फरवरी को जारी की जायेगी।
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