कोलकाता , अक्टूबर 17 -- पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक जंग अब सड़कों से निकलकर सोशल मीडिया के मैदान में उतर आयी है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (तृकां) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों दल अब ऑनलाइन मोर्चे पर आमने-सामने हैं।
तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने युवाओं को ध्यान में रख कर एक खास डिजिटल अभियान "अमी बंग्लार डिजिटल जोद्धा" की शुरुआत की है। उन्होंने इसे 'जन-शक्ति आधारित आंदोलन' बताते हुए कहा कि यह पहल बंगाल की छवि को बिगाड़ने वाले 'बाहरी शक्तियों' के खिलाफ जवाब होगी। श्री बनर्जी ने कहा,"राजनीतिक लड़ाई अब केवल सड़कों या संसद तक सीमित नहीं रही, यह अब डिजिटल मंच पर भी लड़ी जाती है।"तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने जून 2019 में संसद में अपना पहला भाषण देते हुए चेतावनी दी थी कि भारत में चुनाव अब किसानों की समस्या या बेरोज़गारी जैसे ठोस मुद्दों पर नहीं लड़े जाते। इसके बजाय, चुनाव अब डिजिटल दुनिया, व्हाट्सएप, फर्जी खबरों और जनता की धारणा से छेड़छाड़ के ज़रिए तेज़ी से आकार ले रहे हैं। गलत सूचना के प्रसार का ज़िक्र करते हुए, उन्होंने इसकी तुलना गोएबल्स के सिद्धांत से की, जहाँ बार-बार बोले गए झूठ को सच मान लिया जाता है। इसके छह साल बाद, अब तृणमूल कांग्रेस उसी डगर पर चल पड़ी है।
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