बेतिया,4अक्टूबर(वार्ता)। बिहार के पश्चिमी चंपारण के गौनाहा थाना क्षेत्र में वाल्मीकि बाघ अभ्यारण्य (विटीआर) से बाहर निकले बाघ ने एक और ग्रामीण को अपना शिकार बनाया है।

मृत चरवाहे की पहचान गोवर्धना वन क्षेत्र के मटियरिया थाना अंतर्गत बनहवा मटियरिया निवासी नमी मांझी के पुत्र भगन मांझी के रूप में हुई है।

इस घटना के सम्बन्ध में मृतक की पत्नी गायत्री देवी ने बताया कि उनके पति गांव से दक्षिण पोखरा के पास मवेशी चराने गए थे, लेकिन जब शाम के समय मवेशी उनके बगैर ही घर आ गए तो अनहोनी की आशंका हुई। उसके बात मृतक की पत्नी कुछ ग्रामीणों के साथ पोखर के पास गई तो लहु के धब्बे और बाघ के पांव के निशान दिखे। इसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की पूरी टीम घटना स्थल पर पहुंची और पास ही में गन्ने के खेत से शव को बरामद किया गया।

वन विभाग के अधिकारी कौशलेन्द्र कुमार ने बताया कि घटना की सूचना 7 बजे शाम को मिली, उसके बाद फौरन वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेतिया भेज दिया गया। वही गोवर्धना रेंज के प्रभारी रेंजर मो. मुमताज़ अहमद ने बताया कि तत्काल दाह संस्कार हेतु मृतक के परिजनों को 20 हज़ार की राशि दी जाएगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मृतक के परिजनों को मुआवजे के रूप में वन विभाग से 10 लाख रुपये दिए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि एक माह के अंदर गोवेर्धना वन क्षेत्र में आदमखोर बाघ की यह दूसरी और मंगुराहाँ वन क्षेत्र की पहली घटना है ।पिछके 11 सितम्बर को गोवर्धना वन क्षेत्र के सोनवर्षा निवासी खेलावन महतो की पत्नी उमछी देवी को मवेशी खेतो में चराने के क्रम में बाघ ने हमला बोल कर मौत के घाट उतार दिया था।

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