मुंबई , अक्टूबर 31 -- महाराष्ट्र के मुंबई में पवई स्थित आरए स्टूडियो में हाल ही में हुयी बंधक घटना ने लगभग 17 साल पहले हुए बेस्ट बस अपहरण की घटना की याद दिला दी हैं।
गुरुवार को मुंबई को एक बार फिर बंधक स्थिति का सामना करना पड़ा, जब एक व्यक्ति ने स्टूडियो में 17 बच्चों और दो वयस्कों को बंधक बना लिया। बाद में पुलिस ने उसे गोली मार दी।
उल्लेखनीय है कि इस घटना के आरोपी की पहचान रोहित आर्या(50) के रूप में हुई है, जिसने खुद को नागपुर का एक वेब सीरीज़ निर्देशक बताया था। उसने कथित तौर पर 13 से 17 साल के बच्चों को ऑडिशन के लिए स्टूडियो में बुलाया था। बच्चों के पहुँचते ही उसने कथित तौर पर उन्हें बंधक बना लिया और एक वीडियो जारी कर धमकी दी कि अगर उसे पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर सहित कुछ लोगों से बात करने की अनुमति नहीं दी गई तो वह उन्हें नुकसान पहुँचाएगा और परिसर में आग लगा देगा।
जांचकर्ताओं के अनुसार आर्या ने राज्य सरकार के लिए एक शैक्षिक फिल्म बनाने का दावा किया था, लेकिन उसे भुगतान नहीं किया गया था और उसने बकाया राशि के लिए न्याय की माँग की। लंबी बातचीत के बाद मुंबई पुलिस ने एक बचाव अभियान शुरू किया और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की। इसके बाद हुई गोलीबारी में आर्य को घातक चोटें आईं, जिसके बाद अपराध शाखा ने जाँच अपने हाथ में ले ली।
इस नाटकीय घटना ने कई लोगों को 27 अक्टूबर, 2008 की घटना की याद दिला दी, जब बिहार के राहुल राज (25) ने सुबह के व्यस्त समय में अंधेरी में रूट 332 पर एक बेस्ट बस का अपहरण कर लिया था। उसने यात्रियों को बंदूक और लोहे की जंजीर से धमकाया था, कंडक्टर पर हमला किया था और बस के अंदर गोलियां चलाई थीं। मुंबई में रेलवे परीक्षा में शामिल होने वाले उत्तर भारतीय नौकरी आवेदकों पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमलों के जवाब में राहुल ने कहा था कि कि उनका निशाना मनसे प्रमुख राज ठाकरे हैं। पुलिस ने लगभग 40 मिनट तक बस को घेरे रखा और फिर जब राहुल राज ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया तो उसे गोली मार दी। तत्कालीन उपमुख्यमंत्री आर. आर. पाटिल ने इस कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा था, "अगर कोई गोली चलाएगा, तो ज़ाहिर है उसे गोली ही लगेगी।" इस घटना को लेकर नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और रामविलास पासवान सहित बिहार के नेताओं ने महाराष्ट्र पुलिस पर "नृशंस हत्या" का आरोप लगाया और न्यायिक जाँच की माँग की थी।
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