जयपुर , अक्टूबर 26 -- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपनी दृढ इच्छाशक्ति से राष्ट्र का पुनर्निर्माण किया और बिखरे हुए भारत को एकता के सूत्र में पिरोया।
श्री शर्मा रविवार को राजस्थान में जयपुर के सवाई मानसिंह इंडोर स्टेडियम में सरदार वल्लभ भाई पटेल की आगामी 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित पूर्वार्द्ध कार्यशाला के शुभारम्भ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने दूरदर्शी सोच के साथ देश को राजनीतिक एकीकरण और आर्थिक स्वावलंबन के माध्यम से मज़बूत बनाया। उन्होंने दिखाया कि जब राष्ट्रहित सर्वोपरि हो, तो कोई भी बाधा रास्ते में नहीं आ सकती।
श्री शर्मा ने कहा कि देश की आजादी के बाद सरदार पटेल ने "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" का विज़न देते हुए 560 से अधिक रियासतों के अनिश्चित भविष्य को दूर किया और उनका एकीकरण किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए सेना भेजकर हैदराबाद को क्रूर निज़ाम से मुक्ति दिलवायी। उन्होंने कहा कि धारा 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर कट्टरपंथ और अलगाववाद का अड्डा बन गया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व के कारण जम्मू-कश्मीर भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बना और सरदार पटेल का अधूरा सपना पूरा हुआ।
श्री शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल केवल राजनीतिक एकीकरण में ही विश्वास नहीं रखते थे। वह जानते थे कि असली आज़ादी तब आएगी जब देश आर्थिक रूप से स्वावलंबी होगा। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत और आत्मसंपन्न भारत की नींव रखी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की प्रेरणा से देश के किसानों और दुग्ध उत्पादकों को आर्थिक शोषण से बचाने के लिए स्वदेशी दुग्ध समिति के माध्यम से खेड़ा सत्याग्रह की शुरुआत हुई। उसी सत्याग्रह से अमूल की नींव पड़ी जो आज दुनिया की सबसे बड़ी दुग्ध उत्पादक सहकारी संस्थाओं में से एक है।
श्री शर्मा ने कहा कि 31 अक्टूबर से 25 नवंबर तक देश के हर संसदीय क्षेत्र के सभी जिलों में तीन दिन तक आठ से 10 किमी लंबी पदयात्रा आयोजित की जाएगी। पदयात्रा के दौरान आमजन सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए आत्मनिर्भर भारत की शपथ लेंगे और योग एवं स्वास्थ्य शिविर, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। साथ ही, एक जिला-एक खेल योजना के तहत प्रत्येक जिले में स्थानीय प्रचलित खेल का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के दिन राज्य के हर जिले से दो-दो पदयात्री सरदार पटेल की जन्मभूमि करमसद से लेकर एकता के प्रतीक स्टेच्यू ऑफ यूनिटी केवडिया तक देशभर के अन्य पदयात्रियों के साथ 152 किलोमीटर की ऐतिहासिक पदयात्रा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से सरदार पटेल के आदर्शों को आत्मसात करते हुए सरदार@150 यूनिटी मार्च- राष्ट्रव्यापी जन-जागरण अभियान से अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब हर जन सरदार पटेल के विचारों को आत्मसात करेगा तो उन्हें यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एक करने के लिए ऐसे साहसिक कार्य किए, जो कभी नहीं भुलाए जा सकते। उन्होंने हैदराबाद के निजाम को भारत में विलय के लिए मजबूर कर दिया। जब पाकिस्तान के कबाइलों ने कश्मीर में आक्रमण करके उसे हड़प लिया, तो पटेल ने तुरंत कदम उठाए और आधे कश्मीर को बचा लिया। श्री राठौड़ ने कहा कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की 150वीं जयन्ती पर आयोजित होने वाले यूनिटी मार्च को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ता जिला और विधानसभा स्तर पर सक्रियता से कार्य करें।
खेल एवं युवा मामलात मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश को एकजुट करने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री पटेल के इसी संकल्प को आगे बढ़ाया और एक भारत-श्रेष्ठ भारत पर प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया। हम सब भारतीय हैं, यही यूनिटी मार्च कार्यक्रम की प्रमुख रूपरेखा है।
कार्यक्रम के समापन पर खेल एवं युवा मामलात राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान भाजपा के प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र गोठवाल, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अंकित चेची सहित बड़ी संख्या में आमजन एवं युवा उपस्थित रहे।
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