राजनांदगांव, सितंबर 26 -- छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में पटवारी और तहसीलदार की आईडी हैक कर तीन जमीनों के मालिक बदलने के सनसनीखेज मामले में आखिरकार प्रशासन हरकत में आया है। घटना को सामने आए तीन माह बीत चुके हैं, लेकिन अब जाकर तहसील प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।

जानकारी के अनुसार तहसीलदार ने इस मामले में हल्का पटवारी देवव्रत यदु का बयान दर्ज किया है। साथ ही पुलिस ने भी पटवारी को बयान के लिए बुलाया है। जिस मोबाइल नंबर से आईडी हैक हुई थी, उसके धारक से भी पूछताछ की गई है। कोतवाली टीआई का कहना है कि बहुत जल्द इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी।

गौरतलब है कि आवेदक शैलेश जैन, निवासी जनता कॉलोनी लखोली ने एक सितंबर 2025 को पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले का खुलासा किया था। शिकायत में बताया गया कि पिता महेंद्र कुमार जैन की मृत्यु के बाद उनकी जमीन (खसरा नंबर 498/1, 498/4 और 501/4 ग्राम लखोली) में फर्जी तरीके से नामांतरण कर राजेंद्र जैन का नाम दर्ज किया गया।

जांच में सामने आया कि यह पूरा खेल ऑनलाइन आईडी हैकिंग के जरिए किया गया। शिकायत के मुताबिक, जब हल्का पटवारी हड़ताल पर थे, उसी दौरान उनकी आईडी (PAT 420500042 व 420500063) को मोबाइल नंबर 7000387873 से हैक कर लॉगिन किया गया और ओटीपी के माध्यम से जमीन का नामांतरण कर दिया गया।

पीड़ित ने मांग की है कि मामले की गहन जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। अब देखना यह होगा कि तीन महीने बाद शुरू हुई यह जांच कितनी तेजी से आगे बढ़ती है और असली आरोपी कब तक कानून के शिकंजे में आते हैं।

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