पटना , नवंबर 27 -- पटना नगर निगम की ओर से शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए पिछले कुछ हफ्तों से चलाए जा रहे विशेष अभियान का असर अब साफ़ दिखाई देने लगा है।

निगम की ओर से की गई व्यापक कार्रवाई,लगातार पानी का छिड़काव,सड़कों की मैकेनिकल सफ़ाई, तथा निर्माण स्थलों पर कड़ी निगरानी जैसे कदमों के चलते शहर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है।

निगम ने प्रमुख सड़कों पर एंटी-स्मॉग गन, वॉटर स्प्रिंकलर, और मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों की तैनाती बढ़ाई है। इसके साथ ही खुले में जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विशेष प्रवर्तन टीमों को सक्रिय किया गया, जिसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं।

अजीमाबाद अंचल में तीन वाटर स्प्रिंकलर तैनात हैं। नूतन राजधानी अंचल में चार वाटर स्प्रिंकलर और तीन एंटी स्मोक गन काम कर रहे हैं। इसी तरह पटना सिटी अंचल में एक वाटर स्प्रिंकलर और एक एंटी स्मोक गन मौजूद है. वहीं, बांकीपुर अंचल में दो-दो स्प्रिंकलर और एंटी स्मोक गन तैनात किए गए हैं।

पाटलिपुत्र अंचल में भी दो वाटर स्प्रिंकलर के साथ दो एंटी स्मोक गन लगाए गए हैं. जबकि, कंकड़बाग में तीन वाटर स्प्रिंकलर एवं दो एंटी स्मोक गन पानी का छिड़काव लगातार कर रहे है।

पटना नगर निगम क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्य की विशेष निगरानी की गई एवं ये सुनिश्चित किया गया कि सभी नियम का पालन हो। जिनके द्वारा भी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है उन्हें चिन्हित कर सख़्त करवाई की गई आर्थिक दंड भी लगाया गया।

पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की परियोजना इंटरटेड कमांड एंड कण्ट्रोल सेंटर द्वारा शहर के पांच स्थानों पर एन्वॉयरमेंटल सेंसर एवं पटना नगर निगम की संयुक्त पहल पर शहर में माइक्रो लेवल मॉनिटरिंग शुरू की गई है, जिससे वास्तविक समय पर प्रदूषण के स्रोतों की पहचान कर उनकी रोकथाम तेजी से संभव हो पा रही है।

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