भोपाल/पचमढ़ी , नवम्बर 6 -- मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन सृजन प्रशिक्षण शिविर के पांचवें दिन आज गुरुवार को पचमढी में सभी जिला कांग्रेस अध्यक्षों एवं विधायकों के लिए "जाति, संविधान और राजनीति" विषय पर एक महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र का उद्देश्य भारतीय समाज और राजनीति में जाति की भूमिका, संविधान में उसके प्रावधानों तथा कांग्रेस पार्टी के दृष्टिकोण की गहराई से समझ विकसित करना रहा।

मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य एवं झारखंड के प्रभारी के. राजू ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि जाति हमारे सामाजिक और राजनीतिक जीवन की एक सच्चाई है, जिसे केवल परंपरा नहीं बल्कि समानता और सामाजिक न्याय के संदर्भ में समझा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान ने समानता और अवसर की समानता के माध्यम से जातीय भेदभाव को समाप्त करने का मार्ग प्रशस्त किया है, और कांग्रेस पार्टी सदैव इस भावना को व्यवहार में लाने के लिए प्रतिबद्ध रही है।

सत्र में यह भी कहा गया कि जाति जनगणना सामाजिक न्याय की दिशा में नीति निर्माण का सशक्त आधार बन सकती है। वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि जाति, संविधान और राजनीति ये तीनों भारतीय लोकतंत्र के मूल तत्व हैं, और जब तक समानता तथा सामाजिक न्याय का लक्ष्य प्राप्त नहीं होता, तब तक संविधान की आत्मा अधूरी रहेगी। इस सत्र में जिला अध्यक्षों, विधायकों और प्रशिक्षणार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की तथा संगठन निर्माण में समावेशी दृष्टिकोण अपनाने पर बल दिया गया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित