चंडीगढ़/ बेंगलुरु , अक्टूबर 16 -- पंजाब के लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने गुरुवार को बेंगलुरु में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की और श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले नौवें सिख गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी वर्षगांठ के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया।
बैठक के दौरान, दोनों मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को 'हिंद की चादर' कहे जाने वाले गुरु तेग बहादुर के सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में आयोजित किये जा रहे धार्मिक आयोजनों की श्रृंखला से अवगत कराया। उन्होंने उन्हें श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले अंतिम स्मरणोत्सव में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया और इस ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित किये जा रहे राष्ट्रव्यापी आयोजनों की जानकारी भी साझा की।
कैबिनेट मंत्रियों ने बताया कि स्मरणोत्सव 25 अक्टूबर को दिल्ली स्थित गुरुद्वारा श्री सीस गंज साहिब में अरदास के साथ शुरू होगा और उसी शाम गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब में कीर्तन दरबार का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार एक से 18 नवंबर तक सभी 23 जिलों में गुरु साहिब के जीवन और शिक्षाओं को दर्शाने वाले लाइट एंड साउंड शो आयोजित करेगी, जबकि गुरु साहिब की यात्राओं से जुड़े 130 'चरण छोह' स्थलों पर कीर्तन दरबार और भक्ति समागम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि चार नगर कीर्तन अलग-अलग जगहों से शुरू होंगे, श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) से, गुरदासपुर, फरीदकोट और तख्त श्री दमदमा साहिब (पंजाब) से और सभी नगर कीर्तन 22 नवंबर की शाम को श्री आनंदपुर साहिब में एकत्रित होंगे। मुख्य कार्यक्रम 23 से 25 नवंबर तक होंगे, जिसमें प्रतिदिन 11,000 से अधिक श्रद्धालुओं के लिए एक टेंट सिटी "चक्क नानकी" की स्थापना की जायेगी। इन कार्यक्रमों में श्री अखंड पाठ साहिब, सर्व धर्म सम्मेलन, भाई जैता जी स्मारक पर पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के जीवन पर एक ड्रोन शो और प्रसिद्ध रागियों द्वारा कीर्तन दरबार शामिल होंगे।
कैबिनेट मंत्रियों ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि आध्यात्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ कई कल्याणकारी और सामाजिक सेवा पहल भी होंगी, जिनमें रक्तदान शिविर, अंगदान अभियान और 3.50 लाख पौधे लगाने से संबंधित एक विशाल वृक्षारोपण अभियान शामिल है।
श्री सिद्धारमैया ने कहा कि गुरु तेग बहादुर की शिक्षायें समानता, सहिष्णुता और आत्म-बलिदान के संदेश के साथ देश भर की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। उन्होंने इस आयोजन के सफल आयोजन के लिए अपना पूर्ण समर्थन और सद्भावना व्यक्त की।
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