फतेहगढ़ साहिब , नवंबर 27 -- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को राज्य भर के लोगों की सुविधा के लिए 'ईज़ी रजिस्ट्री' प्रणाली की शुरुआत की।
श्री मान ने कहा कि लोगों को अपनी संपत्ति के पंजीकरण लिए संबंधित उप-रजिस्ट्रार कार्यालय जाना पड़ता था, जिससे अतिरिक्त बोझ और असुविधा होती थी। उन्होंने कहा कि अब 'ईजी रजिस्ट्री' प्रणाली के लागू होने से पंजाब में संपत्ति पंजीकरण सुगमता, गति और पारदर्शिता के एक नये युग में प्रवेश कर गया है। उन्होंने कहा कि 'ईजी रजिस्ट्री' प्रणाली नागरिकों के लिए अनावश्यक देरी और परेशानी को खत्म करेगी। उन्होंने कहा कि इस पहल के तहत, किसी भी ज़िले का कोई भी सब-रजिस्ट्रार कार्यालय उस ज़िले के किसी भी अन्य क्षेत्र में आने वाली संपत्तियों का पंजीकरण कर सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक अब 500 रुपये का मामूली शुल्क देकर ऑनलाइन या सेवा केंद्रों के माध्यम से 'सेल डीड' तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 'सरकार आपके द्वार' योजना के तहत लोग इस सेवा का लाभ उठाने के लिए हेल्पलाइन नंबर-1076 पर कॉल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब केवल 48 घंटों के भीतर ऑनलाइन दस्तावेज़ जमा करना संभव होगा। अब तहसीलदार ज़मीन-जायदाद की रजिस्ट्री पर अनावश्यक आपत्तियां नहीं उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए 48 घंटे का समय निर्धारित किया गया है और यदि कोई आपत्ति उठाई जाती है, तो उसे तुरंत संबंधित उपायुक्त के पास भेजा जाएगा, जो यह सत्यापित करेंगे कि आपत्ति वैध है या नहीं।
श्री मान ने कहा कि नागरिकों को उनकी पंजीकरण प्रक्रिया के हर चरण की जानकारी व्हाट्सएप के ज़रिए मिलेगी और अगर कोई रिश्वत मांगता है, तो उसकी शिकायत व्हाट्सएप के ज़रिए की जा सकेगी। उन्होंने कहा, 'ड्राफ्ट माई डीड' सुविधा के ज़रिए कोई भी व्यक्ति सेवा केंद्र या सेवा सहायक की मदद से अपने रजिस्ट्रेशन दस्तावेज़ लिखवा सकता है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग लेन-देन का सबूत देने की ज़रूरत नहीं होगी, जिससे नागरिकों को बैंकों के बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। पंजीकरण पूरा होने के बाद, उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से एक पुष्टिकरण सूचना प्राप्त होगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि वे एक ही बार में अपनी बिक्री विलेख प्राप्त कर सकें।
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