चंडीगढ़ , नवंबर 03 -- पंजाब के पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी विकास मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने सोमवार को हाल ही में आयी विनाशकारी बाढ़ के दौरान पशुधन को बीमारियों से बचाने और उनके पुनर्वास के प्रयासों को दर्शाती एक दस्तावेजी फ़िल्म जारी की। इस फ़िल्म को पशुपालन विभाग के डॉक्टरों और पैरामेडिकल टीमों द्वारा तैयार किया गया है।
विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए श्री खुड्डियां ने कहा कि पंजाब सरकार और पशुपालन विभाग बाढ़ के समय पशुपालकों की सहायता के लिए पूरी दृढ़ता से खड़े रहे। उन्होंने कहा कि इस भीषण आपदा से निपटने के लिए विभाग की 'मिशन मोड' में की गयी कार्रवाई सराहनीय रही।
उन्होंने बताया कि इन बाढ़ों से राज्य के 713 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए थे। उन्होंने कहा कि विभाग की 494 समर्पित टीमों ने कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए घर-घर जाकर पशुधन को जीवनरक्षक उपचार प्रदान किया ताकि पशुओं के स्वास्थ्य को सुनिश्चित किया जा सके। प्रभावित जिलों में 37 लाख रुपये की मुफ्त दवाइयां वितरित करने के अलावा 2.53 लाख से अधिक पशुओं का गलघोटू (एच.एस.) रोग से बचाव के लिए मुफ्त टीकाकरण किया गया। इसके साथ ही, पशुपालकों को मस्टाइटिस टेस्टिंग किट और डीवॉर्मर भी उपलब्ध करवाये गये, जिससे पशुओं में आम रोगों का समय पर पता लगाकर प्रभावी उपचार संभव हो सका।
पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव राहुल भंडारी ने बताया कि बाढ़ के बाद बीमारियों के फैलने का बड़ा खतरा था, लेकिन हमारी सक्रिय रणनीति ने इस जोखिम को काफी हद तक कम किया। सभी प्रभावित गांवों में व्यापक मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाया गया, जिससे पशुओं को गलघोटू जैसी बीमारियों से सुरक्षा मिली। इसके अतिरिक्त, हरे चारे की कमी को दूर करने के लिए पशुओं को स्वस्थ बनाये रखने के लिए यूरोमिन लिक्स और खनिज मिश्रण मुफ्त वितरित किये गये।
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