अमृतसर, सितंबर 25 -- शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने गुरूवार को कहा कि हाल ही में पंजाब में आयी बाढ़ कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि यह सरकारों की अक्षमता का नतीजा है।
एडवोकेट धामी ने गुरुद्वारा श्री बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी में बाढ़ प्रभावित गाँवों के प्रमुख लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएँ सुनीं तथा शिरोमणि कमेटी की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होने कहा कि तटबंधों को मजबूत करने का काम सरकारों को करना था, लेकिन अफसोस की बात है कि सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि लोग अपने गांवों की सुरक्षा के लिए खुद ही तटबंधों को भरने का काम कर रहे हैं।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि मांग के अनुसार आज सुल्तानपुर लोधी के विभिन्न तटबंधों को मजबूत करने के लिए काम कर रहे श्रद्धालुओं को 38 हजार लीटर डीजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है, जबकि मौके पर आठ हजार लीटर डीजल उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि आहली कलां के तटबंध का क्षेत्रफल सबसे बड़ा है, जिसके लिए मांग के अनुसार 20 हजार लीटर डीजल की व्यवस्था की गई है। इसी तरह, बाऊपुर, धुम्ड़ां, चकवाला, सागर आदि गांवों के बांधों के लिए भी डीजल उपलब्ध कराया गया।
एडवोकेट धामी ने कहा कि शिरोमणि कमेटी किसानों को गेहूं की बिजाई के लिए भी लगातार प्रयास कर रही है। गेहूं की बिजाई के लिए किसानों को करीब एक लाख एकड़ के लिए बीज उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए कृषि विश्वविद्यालय से संपर्क किया जा रहा है ताकि गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध करवाए जा सकें। उन्होने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों के गुरुद्वारा साहिबों को 50-50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता भी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी ने सरकार से किसानों को दिए जाने वाले डीजल पर टैक्स हटाने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया।
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