फिरोजपुर , नवंबर 18 -- पंजाब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के इरादे से राज्य में लक्षित हत्यायें हो रही हैं, जबकि आम आदमी पार्टी सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल रही है।

श्री जाखड़ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नेता बलदेव राज अरोड़ा के पुत्र नवीन अरोड़ा के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए फिरोजपुर पहुंचे थे। नवीन अरोड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।

उन्होंने कहा कि एक तरफ गैंगस्टर लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं, वहीं अब राज्य के सांप्रदायिक ताने-बाने को तोड़ने के इरादे से आरएसएस नेता के पुत्र की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी। उन्होंने इसे 'पंजाबियत' पर हमला बताया और कहा कि कोई भी पंजाबी इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि पहले आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा, फिर विकास बग्गा और अब नवीन अरोड़ा की हत्याएं एक ही तरीके से की गयी हैं, जो पंजाब के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के उद्देश्य से एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करती हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब हम धार्मिक तटस्थता और सभी धर्मों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले गुरु तेग बहादुर का 350वां शहीदी पर्व मना रहे हैं, इस तरह की लक्षित हत्याएं पंजाब और पंजाबी संस्कृति के माथे पर कलंक हैं। फिर भी सरकार अपने कर्तव्य में विफल रही है और अभी तक इस विशेष मुद्दे पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आयी है। उन्होंने कहा कि यह समाज को बांटने की गंदी मानसिकता प्रतीत होती है और ऐसे तत्वों को सख्ती से रोका जाना चाहिए। इस गंभीर मामले पर सरकार की चुप्पी और भी चिंताजनक है। दोषियों की पहचान होनी चाहिए और राज्य में नफरत का जहर बोने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।

श्री जाखड़ ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा छह नवंबर को तरनतारन में दिये गये उस बयान की याद दिलाई, जिसमें श्री केजरीवाल ने सात दिनों के भीतर पंजाब से गैंगस्टरों का सफाया करने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि सात दिन से ज़्यादा समय बीत चुका है, लेकिन वह वादा चुनावी जुमले से ज़्यादा कुछ नहीं साबित हुआ है, जबकि पंजाब के लोग डर और आतंक के माहौल में जीने को मजबूर हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपने दिल्ली नेतृत्व के आगे घुटने टेक चुके हैं, जिसके कारण प्रशासन पर उनका कोई नियंत्रण नहीं रह गया है और पंजाब में जो भी बिगड़ रहा है, उसके लिए सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि आम आदमी पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व पंजाब छोड़ दे, क्योंकि पंजाबी अपने पंजाब की देखभाल करना जानते हैं।

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