चंडीगढ़ , नवंबर 21 -- पंजाब के पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने शुक्रवार को कहा कि पंजाब के मत्स्य पालन क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जहाँ 43,685 एकड़ में दो लाख टन से अधिक का प्रभावशाली वार्षिक उत्पादन प्राप्त हो रहा है।
मंत्री खुडियां ने कहा कि झींगा पालन के प्रति राज्य के अभिनव दृष्टिकोण ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, जहाँ 1,034 एकड़ लवणीय भूमि का उपयोग लगभग 2,759 टन झींगा उत्पादन के लिए किया जा रहा है, जो स्थायी जलकृषि पद्धतियों में इसकी क्षमता को दर्शाता है और राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देता है। उन्होंने कहा कि इस वृद्धि को समर्थन देने के लिए पंजाब ने किसानों को किफायती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाले मछली बीज उपलब्ध कराने के लिए 16 सरकारी मछली बीज फार्म स्थापित किए हैं। इसके अलावा, राज्य पीएमएमएसवाई को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है और विभिन्न परियोजनाओं के लिए 40 से 60 प्रतिशत तक की पर्याप्त सब्सिडी प्रदान कर रहा है।
श्री खुडियां ने बताया कि पीएमएमएसवाई के माध्यम से, मत्स्य पालन विभाग पहले ही 683 लाभार्थियों को 31.04 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान कर चुका है। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय सहायता में मछली और झींगा पालन के लिए नए तालाब, रीसर्कुलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम (आरएएस), बायोफ्लोक इकाइयाँ, फिश फीड मिल्स और मछली व मछली उत्पादों के परिवहन के लिए वाहन सहित कई पहल शामिल हैं।
विश्व मत्स्य पालन दिवस पर मछली एवं झींगा पालकों और अन्य हितधारकों को बधाई देते हुए, खुडियाँ ने सभी किसानों से उत्पादन बढ़ाने में अपनी सक्रिय भूमिका जारी रखने का आग्रह किया।
पशुपालन, मत्स्य पालन एवं डेयरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री राहुल भंडारी ने बताया कि विभाग ने इस वर्ष 31 अक्टूबर को रोहू (लेबियो रोहिता) मछली को 'राज्य मछली' घोषित किया है। उन्होंने निचले इलाकों में मछली तालाबों के निर्माण और पुराने निजी तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए पंजाब मत्स्य विकास बोर्ड की एक नई योजना पर भी प्रकाश डाला।
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