जयपुर , नवम्बर 24 -- राजस्थान के मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार की ओर से संचालित पंच गौरव योजना प्रदेश के पंचमुखी विकास की दिशा में महत्वाकांक्षी पहल है, जिससे प्रत्येक जिले की विशिष्ट पहचान का संवर्धन एवं संरक्षण किया जा रहा है।

श्री श्रीनिवास ने आज यहां सचिवालय में पंच गौरव कार्यों की प्रगति के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को पंच गौरव के तहत निर्धारित कार्ययोजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए सभी कार्य समयसीमा में पूरे किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी संबंधित विभाग अपने कार्यों की प्रगति, बजट व्यय, तकनीकी स्वीकृतियों और फील्ड-स्तर की स्थिति की नियमित समीक्षा करके नोडल विभाग को उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि अधिकाधिक जनसहभागिता और जागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि ग्रामीण स्तर पर योजना में सक्रिय भागीदारी बढ़े। उन्होंने अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने और नियमित फील्ड निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

श्री श्रीनिवास ने कहा कि पंच गौरव राज्य के हर जिले की आधारभूत सुविधाओं को मजबूत करने के साथ ग्रामीण पर्यटन, संस्कृति, खेल एवं सामुदायिक जीवन को भी नयी दिशा प्रदान करेगी।

उल्लेखनीय है कि पंच गौरव में प्रत्येक जिले के एक उत्पाद, एक उपज, एक खेल, एक वनस्पति और एक पर्यटन स्थल को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग शिखर अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण आनंद कुमार, शासन सचिव योजना रवि कुमार सुरपुर सहित सम्बंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें।

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