लखनऊ , नवम्बर 21 -- राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) आगामी पंचायत चुनावों और वर्ष 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश में अपने संगठन को मजबूत करने और जनाधार को विस्तारित करने के व्यापक अभियान में जुट गया है।

पार्टी का लक्ष्य उत्तर प्रदेश के हर जिले, तहसील और ग्राम पंचायत तक अपनी सक्रिय राजनीतिक उपस्थिति सुनिश्चित करना है।

प्रदेश मीडिया प्रभारी मयंक त्रिवेदी ने शुक्रवार को बताया कि रालोद अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक सीमित पार्टी नहीं रह गई, बल्कि पूरे प्रदेश में संगठनात्मक गतिविधियों का तेजी से विस्तार कर रही है। इसके तहत विभिन्न जिलों में सम्मेलन, संवाद कार्यक्रम, सभा और संगठनात्मक बैठकों का सिलसिला लगातार जारी है।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) त्रिलोक त्यागी तथा प्रदेश अध्यक्ष राम आशीष राय के नेतृत्व में बांदा, प्रयागराज, बस्ती, कानपुर, श्रावस्ती, हरदोई, गोरखपुर, कुशीनगर, झांसी, बरेली, गोंडा, उन्नाव, फैज़ाबाद, सोनभद्र, सिद्धार्थनगर, बाराबंकी, वाराणसी, इटावा, बहराइच, बलरामपुर, लखीमपुर और कौशाम्बी सहित अनेक जिलों में बड़े सम्मेलन आयोजित किए गए हैं। इन सम्मेलनों में किसानों, नौजवानों और विभिन्न सामाजिक वर्गों की भारी उपस्थिति से स्पष्ट है कि पार्टी का संदेश तेजी से पहुंच रहा है।

श्री त्रिवेदी ने कहा कि पार्टी का उद्देश्य केवल चुनावी विस्तार नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द, किसान-मजदूर केंद्रित राजनीति और आपसी भाईचारे को मजबूत करना है। हाल ही में मथुरा (कोसिकला) में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने स्पष्ट किया कि आरएलडी किसानों, मजदूरों, युवाओं और वंचित वर्गों को साथ लेकर समतामूलक राजनीति के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।

उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल (अंबेडकर जयंती) से 31 अक्टूबर (सरदार पटेल जयंती) तक चला सदस्यता अभियान काफी सफल रहा। आने वाले दिनों में प्रशिक्षण शिविर, जिला सम्मेलन, पंचायत-स्तरीय बैठकें और जनसंवाद कार्यक्रम और व्यापक स्तर पर आयोजित किए जाएंगे।

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