भोपाल , नवम्बर 22 -- प्रदेश की पंचायतों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के उद्देश्य से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला और वाटरशेड महोत्सव का आयोजन 24 से 26 नवम्बर तक कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कार्यशाला का शुभारंभ करेंगे।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, जगदीश देवड़ा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके, जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, विशेषज्ञ एवं अधिकारी शामिल होंगे।

पंचायत राज संचालक सह आयुक्त छोटे सिंह ने बताया कि "आत्मनिर्भर पंचायत, समृद्ध मध्यप्रदेश'' पर केन्द्रित इस कार्यशाला में त्रि-स्तरीय पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। तीन दिनों तक स्वनिधि से समृद्धि अभियान, वाटरशेड परियोजना, पेयजल उपलब्धता, स्वच्छ ग्राम, प्रधानमंत्री आवास, पीएम ग्राम सड़क, पेसा ग्राम सभाओं की स्थिति और प्रशासनिक रूप से सक्षम पंचायत जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी।

कार्यशाला में 2000 से अधिक जनप्रतिनिधि और अधिकारी भाग लेंगे। जल गंगा संवर्धन अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों, जनपदों और अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। खंडवा जिला प्रथम, रायसेन द्वितीय और बालाघाट तृतीय स्थान पर रहा है। खेत तालाब निर्माण में 'ए' श्रेणी में अनूपपुर तथा 'बी' श्रेणी में बालाघाट को पुरस्कार दिया जाएगा।

मनरेगा परिषद और जलग्रहण मिशन के उत्कृष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों को भी सम्मानित किया जाएगा, जिनमें विवेक दवे, सुश्री शिल्पी अधोलिया, ओबेस अहमद, सोमन सिंह डाबर, श्रीमती आकांक्षा सिंह, पियूष प्रताप सिंह, सुमेंद्र पुनिया, राजेन्द्र स्वामी, सुश्री नुपुन नवानी सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं।

कार्यशाला में उच्च स्तरीय पैनल डिस्कशन, तकनीकी सत्र, केस स्टडी और अनुभव साझा कार्यक्रम भी आयोजित होंगे, जिनका उद्देश्य पंचायतों को प्रशासनिक, वित्तीय एवं सामुदायिक रूप से मजबूत बनाना है।

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