अमृतसर , दिसंबर 21 -- श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार, ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने रविवार को उस घटना की कड़ी निंदा की है जिसमें न्यूजीलैंड के दक्षिण ऑकलैंड के मनुरेवा शहर में सिख समुदाय द्वारा आयोजित नगर कीर्तन (धार्मिक जुलूस) का कुछ शरारती तत्वों ने विरोध किया।
इस घटना को सिख समुदाय और सामाजिक एवं सांप्रदायिक सद्भाव के लिए एक चुनौती बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य समाज में शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए खतरा हैं। जत्थेदार गड़गज्ज ने कहा कि ब्रायन तमाकी नाम के एक व्यक्ति की अगुवाई में एक समूह ने कथित तौर पर जानबूझकर न्यूजीलैंड के स्थानीय रीति-रिवाजों और परंपराओं का दुरुपयोग करके नफरत का माहौल बनाया और सिख समुदाय को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड सरकार को इस मामले का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जो कड़वाहट पैदा करने और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सिख सभी धर्मों और आस्थाओं का सम्मान करते हैं, और इसी तरह दूसरों की भी जिम्मेदारी है कि वे सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि नगर कीर्तन केवल आधिकारिक अनुमति प्राप्त करने के बाद ही आयोजित किए जाते हैं, और इसलिए सुरक्षित और संरक्षित माहौल सुनिश्चित करना स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, स्थानीय माओरी समुदाय सिख समुदाय के साथ सद्भाव से रहता है, और हाल की घटना केवल एक शरारती समूह का काम प्रतीत होती है। घटना के बाद, न्यूजीलैंड के 25 गुरुद्वारों की प्रबंधन समितियां स्थानीय सरकार और पुलिस प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं। गड़गज्ज ने उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
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