अमृतसर , नवंबर 27 -- नौवें गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत की स्थायी यादगार के तौर पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के निकट अकाली मार्केट में गुरुवार को श्री गुरु तेग बहादुर साहिब मेमोरियल कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास किया गया।

शुरुआत में यहां चार ब्लॉकों का निर्माण कार्य शुरू किया गया है।

इस अवसर पर एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि नौवें गुरु की शहादत की 350वीं शताब्दी एसजीपीसी द्वारा सिख संगठनों और संगत के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर पर मनायी जा रही है और इस शताब्दी की यादगार के रूप में नौवें गुरु के नाम पर यह विशाल परिसर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस यादगार परिसर में संगत के लिए एक हजार से अधिक कमरे तैयार करने के साथ-साथ एक विशाल पार्किंग स्थल, 25 हॉल और एक बाजार बनाया जाएगा। इसके अलावा, गुरु साहिब के साथ शहीद हुए भाई मतिदास जी, भाई सतिदास जी और भाई दयाला जी के नाम पर यहां अलग-अलग ब्लॉक बनाए जाएंगे।

एडवोकेट धामी ने कहा कि शताब्दी समारोह के दौरान गुरमत समारोह के साथ-साथ एसजीपीसी शाश्वत स्मारक बनाने की पहल करती है, जिसके तहत पहले खालसा साजना दिवस की तीसरी शताब्दी के अवसर पर गुरु गोबिंद सिंह त्रि-शताब्दी कॉलेज श्री अमृतसर और श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्व विश्वविद्यालय श्री फतेहगढ़ साहिब का निर्माण किया गया था। इन यादगार संस्थाओं से सैकड़ों विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर अपना भविष्य उज्जवल बना रहे हैं। अब नौवें गुरु जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के उपलक्ष्य में श्री दरबार साहिब अमृतसर में संगत के ठहरने के लिए एक विशाल परिसर बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि हालांकि यादगार बनाना सरकारों का काम है, लेकिन मौजूदा सरकार केवल राजनीति कर रही है और उसका ध्यान ऐसे नेक कामों पर नहीं है।

इस अवसर पर श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नौवें गुरु साहिब जी के शहीदी शताब्दी वर्ष के दौरान उन्हें श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है और इसी के तहत संगत के लिए गुरु साहिब के नाम पर 1000 कमरों का परिसर तैयार करने का फैसला सराहनीय है। उन्होंने कहा कि यह स्मारक सिख संगत को गुरु साहिब जी के शहीदी शताब्दी वर्ष के ऐतिहासिक अवसर से हमेशा जोड़े रखेगा। सरकार को ऐसा काम करना चाहिए था, लेकिन उसने अपने प्रचार पर लोगों का पैसा बर्बाद किया है।

इससे पहले आज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की नवनिर्वाचित अंतरिम कमेटी की पहली बैठक एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें शिरोमणि कमेटी, गुरुद्वारा साहिब, ट्रस्ट और शैक्षणिक संस्थाओं के मामलों पर चर्चा की गयी।

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