नोएडा, सितंबर 28 -- उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 94 के नजदीक सटे यमुना नदी में रविवार को चलाया गया स्वच्छता पखवाड़ा के तहत सफाई अभियान दो सामाजिक संस्थाओं के सैंकड़ों युवाओं ने वॉलंटियरिंग कर इंडियन ऑयल कंपनी के कर्मचारियों ने मिलकर बड़े स्तर पर यमुना नदी घाट को किया साफ।
सफाई अभियान से जुड़ी रीति जो कि एक कंपनी में बड़े पद पर कार्यरत बताती हैं कि दिल्ली साउथ ईस्ट से दो साल पहले अभियान शुरू हुआ था और अब हम ये अभियान दोबारा कर रहे हैं पिछले साल हम लोगों ने जब किया था तो 150 से ज्यादा लोग आए थे। इस साल हमें उम्मीद है कि 250 लोग आए और जुड़े इस स्वच्छ यमुना अभियान में और इस बार हम सबने कई और सामाजिक संस्थाओं के साथ ये सफाई अभियान शुरू किया है अभी मौजूदा स्थिति बेहतर हो रही है यमुना घाट की और सुबह से लेकर अब तक हम सब लोगों ने 50 किलो से ज्यादा कचरा कूड़ा इकट्ठा कर लिया है और अभी आगे भी कर रहे हैं इस यमुना नदी घाट के दो किलोमीटर के दायरे सफाई अभियान प्रयासरत है और हम सब जितने भी इस सफाई अभियान में वालंटियरिंग कर रहे हैं इनमें से कई कॉलेज छात्र हैं कई मल्टीनेशनल कंपनियों में कार्यरत हैं जो आज रविवार को समय निकालकर स्वच्छ यमुना के सफाई अभियान का हिस्सा बनने आए हैं और इस सफाई अभियान में बहुत ज्यादा प्लास्टिक देखने को मिल रहे हैं जिसके अंदर मिटटी भरी हुई है नीचे दबे हुए हैं उसको खींचकर निकाला जा रहा है यहां यमुना नदी में गणेश जी की कई छोटी बड़ी प्रतिमा भी पड़ी हुई हैं जो नदी के पानी में न तो गले हैं न तो टूटे हैं क्योंकि ज्यादातर मूर्तियों में प्लास्टिक सहित अन्य ऐसे चीजें मिली हुई प्राप्त हुई हैं जो बिल्कुल भी वातावरण के सही नहीं है और नदियों के लिए तो खासकर जिनको हमने भारी संख्या में उठाकर नोएडा प्राधिकरण के ट्रैक्टर्स रखवाकर अन्य जगह डिस्मेंटल करवाने भिजवा दिए हैं और जनता से ये चाहते हैं कि आप बेहतर भविष्य के लिए वातावरण स्वच्छ रखने के लिए नदियों को साफ और स्वच्छ रखने में अपना एक कदम आगे बढ़ाएं और हम सफाई अभियान के तहत एक स्लोगन बनाए हुए हैं जो कि एक संदेश की तरह है जिसमें की आपने फेंका हमने देखा, तो आप फेंक रहे हो हम साफ कर रहे हैं, पर एक दिन ऐसा आएगा कि आप कूड़ा कचरा गंदगी फेंकेंगे ही नहीं तो लोग देखेंगे ही नहीं तो वो साफ करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। हम सब लोगों की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि अगर हम गंदगी फैला रहे हैं तो साफ भी हम ही करेंगे।
इंडियन ऑयल के डीजीएम स्वच्छता पखवाड़ा के तहत यमुना नदी की सफाई अभियान से जुड़े हुए हैं जिनके साथ इंडियन ऑयल के कई अन्य कर्मचारी भी स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत नदियों का सर्वे करते हुए ज्यादा गंदे स्थल को चिह्नित कर पूरे भारत सफाई अभियान चला रही है जिसमें लगातार 400 से 500 तक लोग वालंटियर के रूप में सफाई कार्य कर रहे हैं।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित