कैंची धाम नैनीताल,23नवंबर(वार्ता) उत्तराखंड का नैनीताल, अपनी झीलों और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर यह सरोवर नगरी, अब धार्मिक पर्यटन का नया हॉटस्पॉट बनकर उभर रही है, पिछले कुछ वर्षों में बाबा नीम करौली महाराज के कैंची धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है, देश-विदेश से आने वाले भक्तों की आस्था ने इस स्थान को एक बड़ा आध्यात्मिक केंद्र बना दिया है,हर सप्ताह यहां हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिसका सीधा सकारात्मक असर नैनीताल के समग्र पर्यटन उद्योग पर पड़ रहा है।

सिर्फ कैंची धाम ही नहीं, बल्कि नयना देवी मंदिर और घोड़ाखाल गोलू देवता मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की आवाजाही में तेजी आई है। होटल एसोसिएशन के महासचिव वेद शाह बताते हैं कि पिछले पांच वर्षों में नैनीताल पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उनका मानना है कि धार्मिक पर्यटन इस बदलाव का सबसे बड़ा कारण है। आंकड़ों के मुताबिक, कैंची धाम में हर साल करीब 40प्रतिशत की वृद्धि के साथ श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

धार्मिक पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने पर्यटन व्यवसाय को नई रफ्तार दी है। शेरावानी होटल के महाप्रबंधक कमलेश सिंह बताते हैं कि उनके होटल में आने वाले 10 में से 9 पर्यटक धार्मिक स्थलों के दर्शन के उद्देश्य से ही पहुंचते हैं। इससे होटल बुकिंग, टैक्सी सेवाओं, प्रसाद सामग्री व्यवसाय और बाज़ारों की बिक्री में मजबूत उछाल आया है।

सातताल, भीमताल, हनुमानगढ़ी और स्नो व्यू जैसे आकर्षक स्थानों पर भी फुटफॉल बढ़ा है। साफ है कि नैनीताल अब प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ धार्मिक आस्था का भी नया केंद्र बन चुका है।

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