मुंबई , दिसंबर 26 -- नीदरलैंड के वेल्सन-नूरड के निवासियों ने टाटा स्टील पर स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए 1.4 अरब यूरो (लगभग 148 अरब रुपये) के हर्जाने की मांग के लिए मुकदमा दायर किया है।
टाटा स्टील ने गुरुवार देर रात शेयर बाजारों को बताया कि नेल्सन-नूर्ड के निवासियों के संगठन स्टिचिंग फ्रिस विंड.एनयू (एसएफडब्ल्यू) ने हारलेम स्थित उत्तरी हॉलैंड की जिला अदालत में यह मुकदमा दायर किया है। मामले में टाटा स्टील नीदरलैंड बी.वी. और टाटा स्टील इज्मुदेन को समन जारी किये गये हैं।
टाटा स्टील ने आरोपों को "निराधार" बताते हुए खारिज कर दिया है। आरोप है कि कंपनी के संयंत्रों के कारण स्थानीय निवासियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ गये हैं। टाटा स्टील ने कहा है कि एसएफडब्ल्यू ने आरोपों के समर्थन में कोई प्रमाण पेश नहीं किया है जिससे उसके दावों में तथ्यों की कमी है और ये सिर्फ कल्पना पर आधारित हैं।
याचिका सार्वजनिक दावों के सामूहिक निपटान संबंधी डच कानून (डब्ल्यूएएमसीए) के तहत दायर की गयी है। कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि इसके तहत दो चरणों में सुनवाई पूरी होती है। पहला चरण मामले की स्वीकार्यता का होता है और दूसरे चरण में उसके गुण-दोष पर विचार किया जाता है। दोनों चरणों में अलग-अलग दो-तीन साल का समय लगता है। इसलिए, आने वाले समय में (पहले चरण के दौरान) हर्जाने की राशि पर अदालत में विचार नहीं किया जायेगा।
टाटा स्टील ने कहा है कि वह एसएफडब्ल्यू द्वारा मुहैया कराये गये दस्तावेजों का अध्ययन कर रही है और अधिवक्ताओं से परामर्श ले रही है। साथ ही दावों के संभावित प्रभावों का भी आंकलन किया जा रहा है। उसका कहना है कि वह पर्यावरण को लेकर पूरी तरह सजग है और उसके परिचालन में इसे प्राथमिकता दी जाती है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित