हुबली , नवंबर 30 -- केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार पर तीखा हमला बोलते हुए शनिवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार का असली मुद्दा सुबह का नाश्ता या सार्वजनिक तौर पर एकजुटता दिखाने का नहीं, बल्कि इस बात का है कि श्री शिवकुमार मुख्यमंत्री के तौर पर श्री सिद्दारमैया के पूर्ण कार्यकाल को स्वीकार नहीं करना चाहते।

श्री जोशी ने कहा कि अगर श्री शिवकुमार सच में एकता दिखाना चाहते हैं तो उन्हें साफ-साफ कहना चाहिए था कि कांग्रेस सरकार श्री सिद्दारमैया के तहत काम कर रही है और वह पूरे पांच साल मुख्यमंत्री बने रहेंगे। श्री जोशी के मुताबिक, श्री शिवकुमार का यह कहने से इनकार करना मई 2023 में सरकार बनने के बाद से राज्य कांग्रेस के अंदर पनप रही अंदरूनी प्रतिद्वंद्विता को साफ तौर पर दिखाता है।

उन्होंने कहा कि शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के साथ नाश्ते पर हुई बैठक में श्री शिवकुमार का आना बिना किसी ठोस बात के दिखावे का एक और उदाहरण था। श्री जोशी ने दावा किया कि श्री शिवकुमार पहले ही घर पर खाना खा चुके थे और सिर्फ़ दिखावे के लिए प्लेट लेकर बैठे थे। वह अपनी हमेशा की लाइन दोहराते रहे कि वह पार्टी आलाकमान के निर्देशों का पालन करेंगे, लेकिन उन्होंने नेतृत्व के सवाल पर कोई साफ़ बात नहीं कही।

श्री जोशी ने अतीत के उन मौकों को भी याद किया जब श्री शिवकुमार ने सत्ता-साझेदारी का सवाल आने पर अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि इन मिले-जुले संकेतों के कारण कर्नाटक कांग्रेस में भ्रम पैदा हुआ है और सरकार की साख कमज़ोर हुई है।

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