धारवाड़, सितंबर 26 -- कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी ने शुक्रवार को धारवाड़ में युवाओं के विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रदेश सरकार की आलोचना की।
श्री नारायणस्वामी ने धारवाड़ में युवाओं के विरोध प्रदर्शन को लेकर राज्य सरकार को निशाना साधते हुए कांग्रेस पार्टी पर पाखंड का आरोप लगाया और कहा कि वह "कांच के घर में बैठी है, लेकिन दूसरों पर पत्थर फेंक रही है।"उन्होंने नेपाल में हुए इसी तरह के प्रदर्शनों से तुलना करते हुए मौजूदा मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय विरोध प्रदर्शनों का राजनीतिकरण करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
भाजपा नेता ने कहा, "लद्दाख में जेनरेशन जेड के विरोध प्रदर्शन भड़कने के बाद कांग्रेस भारत में अराजकता का स्वागत करती दिख रही है। अब, जेनरेशन जेड के इसी तरह के विरोध प्रदर्शन धारवाड़ में सामने आए हैं। तो यहाँ ये विरोध प्रदर्शन किसके खिलाफ हैं, कांग्रेस के खिलाफ, क्योंकि राज्य में पार्टी सत्ता में है।"अखिल कर्नाटक राज्य छात्र संघ द्वारा आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में धारवाड़ में गुरुवार को नौकरी चाहने वालों ने कई वर्षों से खाली पड़े विभिन्न विभागों में तीन लाख से अधिक सरकारी पदों को भरने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने लगभग चार घंटे तक एक प्रमुख चौराहे को जाम रखा जिससे सार्वजनिक परिवहन सहित यातायात बाधित रहा।
श्री नारायणस्वामी ने आर्थिक सर्वेक्षण पर भी बात की और स्पष्ट किया कि अदालत ने इस पर रोक नहीं लगाई है, बल्कि पिछड़ा आयोग को गोपनीयता बनाए रखने की सलाह दी है। इस मार्गदर्शन का स्वागत करते हुए उन्होंने लगभग सात करोड़ लोगों का सर्वेक्षण करने की चुनौतियों की ओर इशारा किया, जबकि पहले केवल एक करोड़ उत्तरदाताओं को शामिल किया जाता था।
उन्होंने कहा, "सर्वेक्षण के पैमाने को लेकर लोग स्वाभाविक रूप से भ्रमित हैं।" उन्होंने राजनीतिक दलों से पक्षपातपूर्ण आरोप-प्रत्यारोप के बजाय जनभावनाओं को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
कर्नाटक भाजपा महासचिव पी. राजीव ने भी चल रहे स्नातक विरोध प्रदर्शनों पर अपनी राय व्यक्त की और रिक्तियों पर सरकार की निष्क्रियता को इसका कारण बताया।
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