नारायणपुर, अक्टूबर 10 -- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले की कृषि महाविद्यालय की अधिष्ठाता और एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ रत्ना नशीने को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दिल्ली में आयोजित एक समारोह में उन्हें 'माई भारत एनएसएस राष्ट्रीय पुरस्कार (2022-23)' से पुरस्कृत किया।
यह पुरस्कार डॉ नशीने द्वारा आदिवासी बहुल क्षेत्रों में किए गए उल्लेखनीय सामाजिक कार्यों के लिए दिया गया है। पुरस्कार स्वरूप कृषि महाविद्यालय नारायणपुर को 2.50 लाख रुपये और डॉ नशीने को व्यक्तिगत रूप से 1.50 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है।
डॉ नशीने और उनकी टीम ने नारायणपुर और ओरछा ब्लॉक के सुदूर गांवों में व्यापक सामाजिक कार्य किए हैं। इनमें रक्तदान शिविर, हर घर तिरंगा अभियान, नशामुक्ति जागरूकता, सड़क सुरक्षा और जैविक खेती प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।
उनके नेतृत्व में एनएसएस इकाई ने 22,421 पौधे रोपे, 48,000 सीड बॉल्स का वितरण किया और 3,000 से अधिक किसानों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा। कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने 12,000 मास्क वितरित करने और टीकाकरण अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ नशीने को इससे पहले भी सात अंतरराष्ट्रीय, 26 राष्ट्रीय और सात राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। यह उपलब्धि नारायणपुर ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।
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