दीमापुर , अक्टूबर 23 -- नागालैंड विश्वविद्यालय ने गुरुवार को अपने प्राणीशास्त्र विभाग में एक कैंसर अनुसंधान प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जगदीश कुमार पटनायक ने संकाय सदस्यों और छात्रों की उपस्थिति में प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।

श्री पटनायक ने इस अवसर पर अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे कैंसर ने उनके अपने परिवार को गहराई से प्रभावित किया है। उन्होंने इस बीमारी के कारण अपने करीबी रिश्तेदारों को खो दिया था।

कुलपति ने नागालैंड विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए संकाय सदस्यों तथा छात्रों से अनुसंधान और प्रकाशन के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने का आग्रह किया। उन्होंने विद्वानों से कोबीराज (स्थानीय चिकित्सकों) के साथ मिलकर संभावित प्राकृतिक उपचारों की पहचान करके पारंपरिक उपचार पद्धतियों का दस्तावेजीकरण और अन्वेषण करने का आग्रह भी किया। साथ ही उन्होंने ऐसे स्वदेशी ज्ञान को मान्यता देने और पेटेंट कराने की संभावना का सुझाव भी दिया।

प्रो. बेंडांग एओ ने नागालैंड में कैंसर के मामलों में हो रही खतरनाक वृद्धि की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए यह उम्मीद जतायी कि नागालैंड विश्वविद्यालय जल्द ही कैंसर अनुसंधान में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में उभरेगा।

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