नयी दिल्ली , अक्टूबर 08 -- केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) के नागपुर स्थित कोल एस्टेट, सिविल लाइंस, डिस्पेंसरी के चिकित्सा अधीक्षक और नागपुर के ही एक निजी मेडिकल स्टोर के मालिक के खिलाफ फर्जी चिकित्सा बिल में संलिप्तता के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार आरोपी चिकित्सा अधीक्षक पर फर्जी डॉक्टरी पर्चे तैयार करने का आरोप है, जिनका उपयोग निजी मेडिकल स्टोर के मालिक ने बढ़े हुए बिल बनाने और डब्ल्यूसीएल से भुगतान प्राप्त करने के लिए किया था। चिकित्सा अधीक्षक यह भी आरोप है कि उसने मरीजों की जानकारी के बिना, उन्हें पर्ची जारी करने के बाद उसमें महंगी दवाएं जोड़कर फर्जीवाड़ा किया। इन जाली दस्तावेजों के आधार पर, निजी मेडिकल स्टोर को डब्ल्यूसीएल मुख्यालय, नागपुर द्वारा बढ़े हुए बिलों का भुगतान किया गया।
इस सिलसिले में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया है और डब्ल्यूसीएल से जुड़ी चिकित्सा सेवाओं के भीतर हुए इस घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए जांच जारी है।
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