लखनऊ , अक्टूबर 04 -- समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रतिनिधिमंडल को बरेली जाने से रोकने से खफा पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिये तानाशाही कर रही है जो संविधान की मूल भावना पर प्रहार है।
श्री यादव ने शनिवार को कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। संविधान विरोधी और अलोकतांत्रिक कार्य कर रही है। बरेली जा रहे समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल को सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा रोका जाना निन्दनीय है। भाजपा सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए तानाशाही कर रही है। सरकार अपने तानाशाही रवैये से संविधान की मूल भावना पर प्रहार कर रही है।
उन्होने कहा कि पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के नेतृत्व में जा रहे प्रतिनिधिमंडल को रोका गया था। पार्टी के निर्देश पर बरेली जा रहे प्रतिनिधिमंडल को जगह-जगह रोका जाना भाजपा सरकार की नाकामी है। समाजवादी प्रतिनिधिमंडल को बरेली के डीआईजी और कमिश्नर से मिलकर वहां शांति बहाली की दिशा में प्रयास करना था। हैरानी की बात है कि बरेली के जिलाधिकारी ने निषेधाज्ञा का हवाला देकर नेता विरोधी दल और समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल को बरेली जाने से रोक दिया।
पुलिस ने माता प्रसाद पाण्डेय सहित प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों हरेन्द्र मलिक सांसद, इकरा हसन सांसद, जियाउर्रहमान बर्क सांसद, मोहिबुल्लाह नदवी सांसद, नीरज मौर्य सांसद, वीरपाल सिंह यादव पूर्व सांसद, प्रवीण सिंह ऐरन पूर्व सांसद, शिवचरन कश्यप जिलाध्यक्ष, शमीम खाँ सुल्तानी महानगर अध्यक्ष, अताउर्रहमान विधायक, शहजिल इस्लाम अंसारी विधायक, भगवत शरण गंगवार, शुभलेश यादव को भी उनके घरों में पाबंद कर दिया। यह निंदनीय और शर्मनाक है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार का व्यवहार सत्ता के दुरुपयोग के साथ पूर्णतया अलोकतांत्रिक है। आगरा में 26 सितम्बर को जुमे की नमाज के बाद घटी घटना के बाद निदोषों की धरपकड़ के साथ कई मकानों-दुकानों पर बुलडोजर चला है। विपक्ष को वहां के हालात की सही जानकारी करने और पीड़ित परिवारों से मिलने से रोक कर जता दिया गया है कि अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने के लिए ही भाजपा सरकार यह सब हरकतें कर रही है।
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