नयी दिल्ली , अक्टूबर 01 -- इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव गुरुवार को राजधानी में एक कार्यक्रम में उच्च-गुणवत्तापूर्ण डिजिटल शिक्षा सर्वसुलभ बनाने के लिए तैयार किये गये प्लेटफ़ॉर्म, नाइलिट डिजिटल विश्वविद्यालय का शुभारंभ करेंगे।

राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान-नाइलिट इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त वैज्ञानिक संस्था है, जो कौशल विकास और डिजिटल सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम करता है। नाइलिट को शिक्षा मंत्रालय से विशिष्ट श्रेणी के अंतर्गत "मान्य विश्वविद्यालय" का दर्जा प्राप्त है।

मंत्रालय की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार यह प्लेटफ़ॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, डेटा साइंस, सेमीकंडक्टर जैसे विशिष्ट तकनीकों और संबद्ध क्षेत्रों में उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम और अनुकूल डिजिटल शिक्षण मोड और वर्चुअल लैब से युक्त होगा। इससे युवाओं को संबंधित विधाओं में भविष्य की आवश्यकताओं के अनुकूल कौशल प्रदान किया जा सकेगा।

श्री वैष्णव इस अवसर पर मुजफ्फरपुर (बिहार), बालासोर (ओडिशा), तिरुपति (आंध्र प्रदेश), लुंगलेई (मिज़ोरम) और दमन (केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव) में पांच नए नाइलिट केंद्रों का भी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से उद्घाटन करेंगे। नाइलिट डिजिटल विश्वविद्यालय युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, डेटा विज्ञान, सेमीकंडक्टर और संबंधित क्षेत्रों में तकनीकी शिक्षा प्रदान करेगा।

देश में 56 नाइलिट केंद्रों, 750 से अधिक मान्यता प्राप्त संस्थानों और 9,000 से अधिक सुविधा केंद्रों द्वारा अपनी व्यापक उपस्थिति के साथ, नाइलिट ने इलेक्ट्रॉनिकी और आईसीटी क्षेत्र की उभरती प्रौद्योगिकियों में लाखों छात्रों को कौशल प्रदान किया है। इसका मुख्य परिसर रोपड़ (पंजाब) में है और इसके ग्यारह संघटक परिसर आइजोल, अगरतला, औरंगाबाद, कालीकट, गोरखपुर, इम्फाल, ईटानगर, अजमेर (केकरी), कोहिमा, पटना और श्रीनगर में स्थित हैं।

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