देहरादून , नवंबर 06 -- उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती महोत्सव की श्रृंखला में गुरुवार को राज्य के सेवायोजन एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने देहरादून में आयोजित समारोह में आइटीआई में नवनियुक्त 18 प्रधानाचार्यों को और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जर्मनी तथा जापान में सेवायोजित होने वाली क्रमशः देहरादून जिले की आस्था शर्मा तथा पौड़ी जिले की संजना को उनकी नियुक्ति के पत्र सौंपे। इतना ही नहीं, राज्य के विभिन्न जनपदों में हाल में आयोजित रोजगार मेलों में चयनित तथा निजी क्षेत्र में नियुक्त आठ अभ्यर्थियों को भी उनके नियुक्ति पत्र दिये।
उन्होंने इस दौरान, मत्स्य विभाग द्वारा टिहरी तथा चमोली जनपद के आपदा में प्रभावित चार काश्तकारों तथा प्रधानमन्त्री मत्स्य सम्पदा योजना के दो लाभार्थियों को भी अनुदान राशि के चैक प्रदान किये। इसके अलावा, उन्होंने रोज़गार प्रयाग पोर्टल 2.0 का लोकार्पण भी किया।
श्री बहुगुणा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में युवाओं के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने उपस्थित युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि किसी भी सफलता को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत और संघर्ष अनिवार्य रूप से करने पड़ते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि वर्ष 2047 तक समृद्ध, सशक्त एवम् विकसित उत्तराखण्ड बनाने के लिए नशे से मुक्ति पाना अनिवार्य है। अन्यथा न केवल वर्तमान, बल्कि भावी पीढ़ी भी नशे का शिकार होकर विकास के मार्ग से भटक जायेगी। उन्होंने लक्ष्य निर्धारित करते हुए सतत प्रयास करने तथा सफलता प्राप्त होने के लिए मेहनत करते रहने को मूल मंत्र बताया।
कार्यक्रम में आइटी, नर्सिंग, आतिथ्य, स्वास्थ्य, होटल प्रबन्धन तकनीकी से सम्बद्ध शैक्षणिक संस्थानों की ओर से 8500 अभ्यर्थियों के साथ ही, विधायक विनोद चमोली, जिला पंचायत अध्यक्ष सुखविन्दर कौर, दर्जाधारी मंत्री विनोद उनियाल, राजशेखर जोशी भी उपस्थित रहे।
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