पटना , दिसम्बर 01 -- नवगठित बिहार विधान सभा का प्रथम सत्र सोमवार से प्रारंभ हुआ,जिसके दौरान प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव ने विधायकों को शपथ दिलाई।
विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्य आज पहले सत्र के पहले दिन दोपहर के भोजन के लिए एकत्र हुए। सभा के दौरान प्रोटेम स्पीकर श्री यादव ने कहा कि जनता ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रतिनिधियों को विधायक चुन कर उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है।
श्री यादव ने कहा कि यह नवनिर्वाचित विधायकों की जिम्मेदारी है कि वे देश के लोकतांत्रिक ढांचे में संविधान के प्रावधानों के अनुसार सदन में जनहित के मुद्दों को मजबूती से उठाएं। उन्होंने कहा कि वाईफाई सुविधाओं के साथ विधायकों की सीटों पर 'टैब' की व्यवस्था की गयी हैं, जिसका लाभ उठा कर आधुनिक तकनीक और डिजिटल सुविधा का उपयोग करते हुए सभी सदस्य सदन की कार्यवाही में भाग ले सकते हैं।
विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि विधायकों के पास हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत और मैथिली सहित चार भाषाओं में शपथ लेने का विकल्प उपलब्ध है।
आज शपथ लेने वाले पहले सदस्यों में बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा शामिल थे। शपथ लेने वाले अन्य मंत्रियों में विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडे, लेसी सिंह, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, सुनील कुमार, मोहम्मद जमा खान, संजय सिंह टाइगर, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, संजय कुमार और संजय कुमार सिंह शामिल हैं। पर्यटन मंत्री अरुण शंकर प्रसाद ने मैथिली भाषा में शपथ ली।
प्रोटेम स्पीकर ने सदन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और महागठबंधन के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव तथा कई अन्य विधायकों को शपथ दिलाई, जिनमें प्रेम कुमार, हरि नारायण सिंह, सुरेंद्र प्रसाद, संजय कुमार पांडे और राम सिंह के नाम शामिल हैं।
इनमे प्रेम कुमार 09वीं बार गया नगर विधानसभा सीट से और हरि नारायण सिंह 10वीं बार हरनौत सीट से चुने गए हैं।
सदन की बैठक का पहला दिन नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के लिए निर्धारित है। 02 दिसंबर को नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा, जबकि बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान 03 दिसंबर को विधानसभा और बिहार विधान परिषद की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राज्यपाल के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर 04 दिसंबर को बहस होगी और इस पर सरकार भी अपना जवाब देगी। 05 दिसंबर को सदन में बहस के बाद दूसरा पूरक बजट पारित किया जाएगा।
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