नयी दिल्ली , अक्टूबर 09 -- महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के अगले सीजन के लिए बड़ी नीलामी नवंबर के अंत तक हो सकती है। ईएसपीएनक्रिकइंफो को मिली जानकारी के अनुसार बीसीसीआई ने इस बारे में टीमों को अनौपचारिक रूप सूचित कर दिया है। हालांकि टीमों को अन्य जानकारियों का इंतजार है, मसलन- कितने खिलाड़ियों का रिटेंशन हो सकता है, बड़ी नीलामी में पर्स कितना होगा, रिटेंशन स्लैब्स क्या होंगे और कितने राइट-टू-मैच (आरटीएम) कार्ड्स मिलेंगे।

ये फ़ैसले डब्ल्यूपीएल कमेटी करेगी, लेकिन उनकी मीटिंग की तारीख अभी तय नहीं है। डब्ल्यूपीएल 2026 का शेड्यूल आना भी अभी बाकी है। हालांकि बीसीसीआई ने पहले कहा था कि यह टूर्नामेंट जनवरी-फरवरी में होगा।

माना जा रहा है कि पिछले बार और 2024 की विजेता मुंबई इंडियंस (एमआई) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) के साथ-साथ दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) (2023 और 2025 की फ़ाइनलिस्ट) बड़ी नीलामी के पक्ष में नहीं हैं। तीनों टीमों का मानना है कि उन्होंने तीन साल में मेहनत से अपनी टीमें बनाई हैं और अब उसे तोड़ना नुकसानदेह हो सकता है।

लेकिन बाकी दो टीमें गुजरात जायंट्स (जीजी) और यूपी वॉरियर्ज़ (यूपीडब्ल्यू) बड़ी नीलामी चाहती हैं। दोनों कभी फ़ाइनल में नहीं पहुंची हैं और अपनी टीमें पूरी तरह बदलकर फिर से बनाना चाहती हैं।

एक डब्ल्यूपीएल अधिकारी ने कहा कि वे सभी टीमों की चिंता समझते हैं, लेकिन टूर्नामेंट में पांचों टीमें मजबूत रहनी चाहिए, नहीं तो इससे डब्ल्यूपीएल ब्रांड को नुकसान होगा। अधिकारी ने यह भी कहा कि आरसीबी जैसी फ्रेंचाइजी ने आईपीएल में दिखाया है कि वह खिलाड़ियों से अलग भी अपना ब्रांड बना सकती है।

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