नयीदिल्ली, सितम्बर 27 -- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को कहा कि रामलीला नयी पीढ़ी को अपनी महान सांस्कृतिक परम्पराओं और नैतिक मूल्यों से जोड़ रही है।

श्रीमती गुप्ता ने रोहिणी में चल रही सनातन संस्कारम् रामलीला शामिल होने के बाद कहा कि दिल्लीभर में हो रही रामलीलाओं के आयोजन प्रभु श्रीराम के आदर्शों से जुड़कर समाज को सत्य, सेवा और सुशासन की प्रेरणा तो दे ही रहे हैं। साथ ही नयी पीढ़ी को अपनी महान सांस्कृतिक परम्पराओं और नैतिक मूल्यों से भी जोड़ रहे हैं तथा उन्हें विकसित दिल्ली निर्माण की प्रेरणा भी दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के दर्शन और रामलीला का मंचन भक्ति, मर्यादा और धर्म का जीवंत संदेश है। इस सन्देश को पूरे समर्पण के साथ लोगों तक पहुँचाना महत्वपूर्ण योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिन से प्रारंभ सेवा पखवाड़ा के तहत चल रहे अभियानों और सामाजिक कार्यों को रामलीला से जोड़ने से यह आयोजन और भी ख़ास हो गये हैं। रामलीला कार्यक्रमों में वोकल फॉर लोकल, स्वच्छता, जल संरक्षण, हरित दिल्ली और नशा मुक्ति जैसे जनसंदेशों का व्यापक प्रसार हो रहा है। जनसहयोग से, जैसे बड़े धार्मिक उत्सवों का सफल आयोजन हुआ है, उसी तरह जनसहयोग से विकसित दिल्ली का संकल्प भी पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली की ऐतिहासिक रामलीला परंपरा, राजधानी की सांस्कृतिक धरोहर है।

दिल्ली सरकार की रामलीला समिति के अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि पहली बार दिल्ली में रामलीलाओं का इतना शानदार आयोजन हुआ है। दिल्ली की वर्षो पुरानी रामलीला परम्परा को एक नई पहचान मिली है। आवश्यक औपचारिकताओं के लिए पहली बार सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की गई। रामलीला आयोजन के लिए 1200 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने, बिजली कनेक्शन पर केवल 25 प्रतिशत सिक्योरिटी डिपॉजिट और आयोजन के लिए सिक्योरिटी राशि 20 रुपये प्रति वर्गमीटर से घटाकर 15 रुपये प्रति वर्गमीटर किया गया। उन्होंने कहा कि संकल्प से सिद्धि हमारी पहचान है और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने सेवा का जो संकल्प लिया है, उसकी सिद्धि की यात्रा लगातार जारी रहेगी।

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