दंतेवाड़ा , नवंबर 06 -- त्तीसगढ के दंतेवाड़ा जिले में नजूल जमीन (सरकारी भूमि) पर अवैध कब्जे के आरोपों को लेकर गुरुवार को ग्रामीणों का एक दल जिसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एक पूर्व पार्षद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पूर्व पार्षद लता मरकाम द्वारा शहर की तीन से चार अलग-अलग जगहों पर नजूल जमीन पर कब्जा किया जा चुका है और अब हुडको कॉलोनी में भी इसी तरह का घेराव शुरू किया गया है।
महिलाओं ने एसडीएम के समक्ष अपनी शिकायत में विस्तार से बताया कि कैसे आरोपी महिला जमीनों को घेरकर उनकी अवैध खरीद-बिक्री करके मुनाफा कमा रही है। शिकायतकर्ता एक महिला ने बताया, "कुछ जमीनों को परिजनों के नाम करके बेचा गया है, जबकि कुछ अन्य जगहों पर अवैध कब्जे के बाद मकान बनाकर उन्हें किराए पर दिया जा रहा है।" इससे स्थानीय लोगों में गहरा रोष है।
स्थानीय वार्डवासियों ने इस मामले में और जानकारी देते हुए बताया कि दंतेवाड़ा के चुडीटिकरा क्षेत्र में भी उक्त पूर्व पार्षद के नाम पर जमीन ली गई है, जिस पर अब स्थानीय निवासी खुलकर विरोध जता रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। वार्डवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि हुडको कॉलोनी सहित अन्य सभी स्थानों पर नजूल जमीन पर किए गए अवैध निर्माण और कब्जों की जांच करके कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस मामले में ग्रामीणों ने एसडीएम को एक लिखित शिकायत भी सौंपी है, जिसमें पूर्व पार्षद लता मरकाम पर बार-बार जमीन पर अवैध कब्जा करने और उसे बेचने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायतकर्ताओं ने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे तुरंत इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें। इस शिकायत पत्र पर कनक बघेल, गिरवर सिंह राजपूत, कमल सोमानी, सूकमति केस्बो, सुशीला यादव, बिजी मिश्रा और रूपधर बघेल सहित कई स्थानीय निवासियों के हस्ताक्षर हैं।
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