नारायणपुर , अक्टूबर 09 -- छत्तीसगढ़ के नारायणपुर पुलिस ने ओरछा थाना क्षेत्र के ग्राम आदेर में एक नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैंप स्थापित किया है, यह इलाका माओवादियों के शीर्ष नेताओं के आश्रय स्थल के रूप में जाना जाता था। यह कैंप अबूझमाड़ क्षेत्र में एक साल के भीतर खुलने वाला 11वां कैंप है और इससे स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से मुक्ति दिलाने में मदद मिलने की उम्मीद है।
पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुरीया के नेतृत्व में आयोजित कैंप उद्घाटन कार्यक्रम में आसपास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। ग्रामीणों ने नक्सलियों द्वारा मारे गए लोगों को याद करते हुए नक्सलवाद की प्रताड़ना को व्यक्त किया और कैंप स्थापना से उत्पन्न सुरक्षा के माहौल पर खुशी जताई है।
इस अवसर पर ग्रामीणों ने बिजली, पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग की, जिसे जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया है। साथ ही जिला मुख्यालय से आदेर तक बस सेवा शुरू करने की योजना भी घोषित की गई है।
नारायणपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे 'माड़ बचाओ' अभियान के तहत इस नए कैंप की स्थापना की गई है। इसके परिणामस्वरूप वर्ष 2024-25 में 208 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है जबकि सुरक्षा बलों ने 99 नक्सलियों को मार गिराया और 118 को गिरफ्तार किया है।
यह कैंप ओरछा से 15 किमी, एडजूम से 10 किमी और ईदवाया से पांच किमी दूर स्थित है। इसकी स्थापना में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फॉईटर और आईटीबीपी की विभिन्न वाहिनियों वाहिनियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस कदम से क्षेत्र में सड़क निर्माण, मोबाइल कनेक्टिविटी और अन्य विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है, साथ ही नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।
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