रायपुर, सितंबर 29 -- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से नक्सलियों के युद्धविराम संबंधी पत्र को भ्रामक करार देने के बाद अब छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, जिनके पास गृह विभाग का भी प्रभार है, ने भी स्पष्ट किया है कि प्रदेश सरकार का स्टैंड बिल्कुल साफ है - सीजफायर की कोई संभावना नहीं है, हाँ आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का स्वागत ज़रूर होगा।

श्री शर्मा ने कहा कि बस्तर में खून-खराबा बंद होना चाहिए, ऐसा भाव रखने वालों के लिए सरकार 'लाल कार्पेट' बिछाकर तैयार है। लेकिन युद्धविराम का सवाल ही नहीं उठता।

उन्होंने खुलासा किया कि रायपुर, कोरबा समेत कई शहरी क्षेत्रों में नक्सलियों ने पिछले दो सालों में नेटवर्क बनाने की कोशिश की थी। स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी लगातार इनकी प्रोफाइलिंग कर रही है और शहरी नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है।

श्री शर्मा ने जनता से अपील करते हुए कहा कि किराएदारों की जानकारी पुलिस को अवश्य दें। इसके लिए विशेष ऐप बनाया गया है, जिससे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आसान हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि नक्सलियों की फंडिंग में लगभग 80 प्रतिशत की कमी आई है, जिससे उनकी गतिविधियों पर प्रभाव पड़ा है।

इधर, केंद्रीय मंत्री शाह आगामी चार अक्टूबर को बस्तर दौरे पर आएंगे। इस दौरान वे विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा के साथ मुरिया दरबार और स्वदेशी मेले में भी शामिल होंगे।

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