पटना , दिसंबर 23 -- बिहार कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाने पर विशेष बल देते हुए कहा कि सही जानकारी, नई तकनीकों और सुविधाजनक बाज़ार से जुड़ाव के माध्यम से किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि की जा सकती है।
एसोसिएशन फॉर इनोवेशन डेवलपमेंट ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप इन एग्रीकल्चर , आई.सी.एआर- नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च मैनेजमेंट , हैदराबाद द्वारा संचालित एग्री उड़ान 8.0 फूड एंड एग्रीबिज़नेस एक्सेलेरेटर के अंतर्गत आज यहां उद्योग, स्टार्ट-अप्स एवं निवेशकों के साथ एक महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि एवं कृषि-व्यापार क्षेत्र में नवाचार, निवेश और सहयोग को प्रोत्साहित करना तथा बिहार की कृषि संभावनाओं को राष्ट्रीय मंच से जोड़ना रहा।
इस अवसर पर कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा कि कृषि क्षेत्र के उत्तरोतर विकास के लिए निरंतर मंथन एवं नवाचार की आवश्यकता है। उन्होंने किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाने पर विशेष बल देते हुए कहा कि सही जानकारी, नई तकनीकों और बाज़ार से जुड़ाव के माध्यम से किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि की जा सकती है।
प्रधान सचिव ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा लागू कृषि रोड मैप के माध्यम से राज्य की कृषि को निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने दलहन एवं तिलहन (ऑयल सीड) क्षेत्र में अपार संभावनाओं की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि इन फसलों के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन को बढ़ावा देकर राज्य आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में बिहार को तकनीक और सहभागिता के साथ आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
श्री कुमार ने बिहार की भौगोलिक एवं जलवायु परिस्थितियों को फलों की खेती के लिए अत्यंत अनुकूल बताते हुए कहा कि आम, लीची जैसे फलों में राज्य के पास राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी संभावनाएँ हैं। खाद्य प्रसंस्करण से इन्हें जोड़कर किसानों को बेहतर मूल्य और रोज़गार के नए अवसर प्रदान किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विगत 20 वर्षों में बिहार के कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और अब समय है कि राज्य के युवा ऊर्जा और नवाचार के साथ कृषि से जुड़ें। राष्ट्रीय स्तर की कृषि गतिविधियों, स्टार्ट-अप्स और निवेश को बिहार में लाया जाए तथा नई तकनीकों के माध्यम से उत्पादन और उत्पादकता को और बेहतर बनाया जाए। युवाओं को कृषि के साथ जोड़ने के लिए एग्री स्टार्ट-अप्स एक बेहतर प्लेटफार्म है।
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