धार , दिसंबर 24 -- मध्यप्रदेश के धार जिले में कोतवाली पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी के शिकार एक व्यक्ति की मेहनत की कमाई वापस दिलाई है। यह कार्रवाई पुलिस प्रशासन की सतर्कता और एनसीआरपी पोर्टल की प्रभावशीलता को दर्शाती है।

पुलिस के अनुसार फरियादी जावेद पिता जहीर, निवासी राजेन्द्र मार्ग धार ने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादी ने बताया कि वह कुछ माह पूर्व सऊदी अरब से लौटा था और स्वयं का काम शुरू करने की इच्छा से एक परिचित के माध्यम से एक कंपनी में निवेश किया। उसे बताया गया कि प्रतिमाह आय होगी। इसके बाद फरियादी ने कंपनी में 5 लाख 7 हजार रुपए का निवेश किया।

कंपनी द्वारा उसे किताब स्कैन कर पीडीएफ बनाकर हेड ऑफिस भेजने का कार्य दिया गया, लेकिन कुछ समय बाद कंपनी बंद हो गई और कंपनी सार वेव सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी राजीव शर्मा भोपाल, डायरेक्टर, राज साधु फाइनेंस मैनेजर, अभिनव भटनागर सीओ, वरुण अग्रवाल और पुनीत गोयल स्टेट हेड के मोबाइल नंबर भी बंद आने लगे। इसके बाद फरियादी को अपने साथ धोखाधड़ी होने का पता चला। दिनांक 02 दिसंबर को उसने धार साइबर सेल में एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।

थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान ने बताया कि जिस खाते में फरियादी से रुपए जमा करवाए गए थे, उसकी जानकारी जुटाई गई और उस खाते से जिन-जिन खातों में राशि ट्रांसफर हुई थी, उन्हें होल्ड कराया गया। इस कार्रवाई में 4 लाख 72 हजार रुपए होल्ड किए गए।

पुलिस द्वारा फरियादी को सूचना दी गई, जिसके बाद न्यायालय धार के समक्ष सुपुर्दगी आवेदन प्रस्तुत कर कोर्ट के आदेश से होल्ड राशि वापस दिलाई गई। बुधवार को राशि मिलने के बाद फरियादी जावेद थाने पहुंचा, जहां उसने थाना प्रभारी एवं स्टाफ का पुष्पगुच्छ भेंट कर और मिठाई खिलाकर आभार व्यक्त किया। राशि वापस कराने की कार्रवाई आरक्षक राममूर्ति रावत द्वारा की गई।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित